Edited By Riya bawa,Updated: 12 Jun, 2019 04:40 PM
हर साल लाखों स्टूडेंस्ट नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट...
नई दिल्ली: हर साल लाखों स्टूडेंस्ट नैशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट में हिस्सा लेते है। इस परीक्षा में मेडिकल और डेंटल कोर्सों में भारत और विदेश में पढ़ाई करने का मौका मिलता है। लेकिन कुछ छात्रों ने नीट क्लियर किया है तो वहीं बड़ी संख्या में ऐसे भी छात्र हैं जो नीट नहीं क्लियर कर पाए हैं। अगर आप भी उन छात्रों में शामिल हैं जो नीट नहीं क्लियर कर पाए हैं तो आपके लिए बहुत से करियर ऑप्शंस है।
नीट नहीं क्लियर कर पाने का यह मतलब नहीं है कि आपके लिए आगे के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। ऐसे कई कोर्स हैं जो आप अब भी कर सकते हैं। आइए आज आपको मेडिकल के उन कोर्सों के बारे में बताते हैं जिसमे आप असनी से अपना करियर बना सकते है।
ये ऑप्शंस है सबसे बेस्ट
बैचलर्स ऑफ फार्मेसी (बी.फार्मा)
इस फील्ड में दो सालों का डिप्लोमा और चार सालों का डिग्री कोर्स उपलब्ध है। बी.फार्मा के छात्रों के लिए बहुत संभावनाएं हैं। वे सरकारी या निजी अस्पतालों में जॉब कर सकते हैं। वे अपना स्टोर भी खोल सकते हैं। वे सरकारी और निजी कंपनियों के लिए रिसर्च कर सकते हैं।
बॉटनी
पौधे, उनकी संरचना, प्रक्रियाओं, वृद्धि आदि का इसमें अध्ययन किया जाता है। बॉटनी लेने वालों को पौधों पर रिसर्च करना होता है। वे पौधों की नई प्रजातियों की खोज करते हैं। पौधों की संरचना और उनकी विभिन्न प्रक्रियाओं से संबंधित रिसर्च करते हैं। बोटनी में डिग्री हो तो नैचरल रिसोर्सेज सेंटर, इंवायरनमेंटल कंसल्टेंसीज में जॉब कर सकते हैं। वे रिसर्चर, टीचर/प्रफेसर, टैक्सोनोमिस्ट, हॉर्टिकल्चरिस्ट, नर्सरी मैनेजर और इंवायरनमेंटल कंसल्टेंट के तौर पर काम कर सकते हैं।
जूलॉजी
इस कोर्स में जानवरों के बारे में अध्ययन किया जाता है। उनकी बनावट, जीवन प्रक्रियाओं, जेनेटिक्स, शारीरिक संरचना, वर्गीकरण आदि के बारे में अध्ययन किया जाता है। जूलॉजी में डिग्री होने पर रिसर्चर, एनिमल ब्रीडर, वाइल्डलाइफ रिहैबिलिटेटर, वाइल्डलाइफ बायॉलजिस्ट, जू क्युरेटर और कंजर्वेशनिस्ट के तौर पर काम कर सकते हैं। वे स्कूलों और कॉलेजों में टीचर/प्रफेसर की जॉब भी कर सकते हैं।