Edited By bharti,Updated: 15 Jul, 2018 01:31 PM
आईआईटी दिल्ली के काउंसलिंग सेशन की शुरुआत 11 जुलाई को हुई थी जिसे मद्रास हाईकोर्ट....
नई दिल्ली : आईआईटी दिल्ली के काउंसलिंग सेशन की शुरुआत 11 जुलाई को हुई थी जिसे मद्रास हाईकोर्ट के एक आदेश के कारण अस्थायी तौर पर बंद करना पड़ा। हालांकि, आईआईटी ने इस आदेश के लिए जो अपील दायर की उसका फैसला उनके हक में आया। दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट की सिंगल जज बेंच ने इंस्टीट्यूट के सीट आवंटन प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। ऐसे में शुक्रवार तक चौथे काउंसलिंगहोने तक आईआईटी दिल्ली में 912 स्टूडेंट्स के एडमिशन हो चुके हैं। आईआईटी दिल्ली द्वारा स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए 12 घंटे की शिफ्ट यानी सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे तक काम करने का फैसला लिया गया।
आईआईटी दिल्ली में 851 नियमित सीट और 59 अतिरिक्त सीट होने से कुल सीटों की संख्या 910 है। इस बारे में आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर व प्रवेश परीक्षा चेयरमैन आदित्य मित्तल का कहना है कि, अभी हमारे तीन और काउंसलिंग सेशन होने बाकी हैं। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि इस सत्र के एकेडमिक सेशन की पहले से तय समय पर ही शुरुआत हो। उन्होंने आगे बताया कि कई पेरेंट्स और परीक्षार्थियों के ट्रैवल बुकिंग को ध्यान में रखते हुए ही एडमिशन प्रक्रिया के लिए यह टाइमिंग रखी गई है। जिसके लिए पेरेंट्स और परीक्षार्थियों के सुबह 8 बजे से पहले पहुंचने और सेशन के दौरान पूरा सहयोग करने से पूरी प्रक्रिया सुचारू रूप से चल पाई। आईआईटी दिल्ली के तीन बचे हुए काउंसलिंग सेशन 18 जुलाई तक चलेंगे और परीक्षार्थी 17 जुलाई के शाम 5 बजे तक अपने आवेदन वापस ले सकते हैं। दरअसल, सभी 912 स्टूडेंट्स में से 525 ने अपनी सीट फ्रीज या स्लाइड करने के ऑप्शन का चुनाव किया है।