Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jul, 2017 04:30 PM
भारतीय विद्यार्थियों को अमेरिका में अपनी संभावित पढ़ाई को लेकर बड़ी चिंता है...
वाशिंगटन : भारतीय विद्यार्थियों को अमेरिका में अपनी संभावित पढ़ाई को लेकर बड़ी चिंता है। उनमें से बड़ी संख्या में छात्रों को अपनी सुरक्षा और उन्हें सहज रप में लिये जाने की चिंता सता रही है। एक ताजा सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है। इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एजूकेशन :आईआईए: का मानना है कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने छह मुस्लिम बहुत देशों के नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकारी आदेश को जून के अपने फैसले में अस्थायी रप से सही ठहराया लेकिन इसका अंतिम फैसला क्या होगा इसको लेकर उनके दिमाग में चिंता बनी हुई है। सर्वेक्षण के अनुसार लाखों अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी अमेरिका में उंची शिक्षा ले रहे हैं और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 36 अरब डॉलर से अधिक का योगदान कर रहे हैं, एेसे में काफी कुछ दांव पर लगा है।
आईआईई छात्रवृति को बढ़ावा देकर, अर्थव्यवस्था में योगदान कर तथा मौके उपलब्ध कराकर शांतिपूर्ण और समान समाज के निर्माण की दिशा में काम करने वाला गैर लाभकारी संगठन है। आईआईई ने कहा कि सर्वेक्षण के नतीजे पश्चिम एशिया और भारत के विद्यार्थियों के दाखिले के संबंध में शीर्ष संस्थागत चिंता को दर्शाते हैं। 31 शैक्षणिक संस्थाओं को चिंता है कि प्रवेश की पेशकश स्वीकार करने वाले पश्चिम एशिया के विद्यार्थी शायद कैंपस नहीं पहुंचे। 20 संस्थाओं को इस बात की चिंता है कि भारतीय विद्यार्थी शायद नहीं पहुंचे। अध्ययन में कहा गया है कि सुरक्षा और वीजा बनाए रखना इन विद्यार्थियों के लिये बड़ी चिंता की बात है।