Edited By Riya bawa,Updated: 29 Jun, 2019 10:57 AM
जामिया मिलिया इस्लामिया ने और ज्यादा विदेशी छात्रों...
नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया ने और ज्यादा विदेशी छात्रों को आकर्षित करने में कुलपति प्रो. नजमा अख्तर गहरी रुचि दिखा रही हैं। इसी के चलते विश्वविद्यालय ने तमाम तरह की तैयारियां की हैं। विश्वविद्यालय के डायरेक्टर इंटरनेशनल रिलेशंस ऑफिस ने हाल की जामिया की सारी कामयाबियों, इतिहास और विदेशी छात्रों के लिए इसमे मुहैया सुविधाओं एवं यूनिवर्सिटी से जुड़ी बातों के बारे में एक ब्रोशर की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी, विदेशों में भारत के विभिन्न डिप्लोमेटिक मिशन को भेजीं हैं। इस ब्रोशर को जामिया की वेबसाइट www.jmi.ac.in से अपलोड किया जा सकता है।
इस ब्रोशर को जामिया की वेबसाइट से अपलोड किया जा सकता है। कुलपति ने इस ब्रोशर को तैयार करने के लिए प्रो शफीक अहमद अंसारी, प्रो मुकेश रंजन, प्रो बारां फारूकी और डा. लुब्ना सिद्दीकी की समिति बनाई थी। इस वक़्त जामिया में 39 मुल्कों के 279 छात्र विभिन्न कोर्स में पढ़ाई कर रहे हैं। भारत सरकार की विभिन्न स्कॉलरशिप स्कीम के तहत इंडियन काउंसिल फार कल्चरल रिलेशंस (आईसीसीआर) को 240 आवेदन मिले हैं, इसमें से 65 पर प्रोविजनल दाखिले के लिए विचार किया जा रहा है. इनसे फीस, भारतीय छात्रों जितनी ही ली जाएगी।
अमेरिकी डॉलर वार्षिक फीस
इस श्रेणी में दाखिला लेने वालों से 1200 से लेकर 4800 अमेरिकी डालर प्रति वर्ष फीस ली जाती है। सुपरन्युमरेरी श्रेणी में जामिया स्कूल की विभिन्न कक्षाओं के दाखिले के लिए 109 आवेदन मिले हैं। स्कूल के लिए इस श्रेणी में विदेशी छात्रों से 600 से 1000 अमेरिकी डॉलर वार्षिक फीस ली जाती है।