Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 03:14 PM
12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरु हो चुकी है ,लेकिन इन बोर्ड परीक्षाओं के बीच में ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इंजीनियरिंग ...
नई दिल्ली : 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरु हो चुकी है ,लेकिन इन बोर्ड परीक्षाओं के बीच में ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई मेन्स एग्जाम का आयोजन कर रहा है। 8 अप्रैल 2018 को पेपर-पेन के माध्यम से जेईई-मेन होगा। 15 और 16 अप्रैल को कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा होगी। परीक्षा के माध्यम से 2.24 लाख छात्र जेईई मेन से क्वॉलीफाई कर जेईई एडवांस्ड में बैठेंगे। एनआईटी और ड्रिपल आईटी के लिए प्रवेश जेईई मेन के माध्यम से संयुक्त काउंसिलिंग से मिलेगा। आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी में प्रवेश के लिए 12वीं में 75 फीसदी अंक या टॉप 20 परसेंटाइल में होना जरूरी है।
स्टूडेंट्स इस एग्जाम में सफल होने के लिए कई साल तक तैयारी करते है , लेकिन फिर भी कई बार कुछ कारणों या नंबर कम होने की वजह से उनको मनपंसद कॉलेज में सीट नहीं मिल पाती । जिस वजह से स्टूडेट्स को निराशा का सामना करना पड़ता है। एेसे में अगर आप इस एग्जाम में सफलता पाना चाहते है तो आइए जानते है कुछ एेसे टिप्स के बारे में जो एग्जाम देते समय आपको फॉलो करने चाहिए
जब एग्जाम हॉल में आपको क्वेश्चन पेपर मिलता है तो सबसे ऊपर यही लिखा रहता है कि 'प्रश्न-पत्र में दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।' उस वक्त आप यह सोचते हैं कि ये निर्देश हर बार एक जैसे होते हैं और अहम बात यह भी है कि अक्सर ऐसा होता भी है, लेकिन कई बार इनमें कुछ पेच होता है। इसलिए बेहतर यही है कि इन्हें पूरे ध्यान से पढ़ा जाए।
एग्जाम के 3 घंटों में आपको 90 सवाल सॉल्व करने हैं: 30 फिजिक्स, 30 केमिस्ट्री और 30 मैथ्स के। टॉपर्स की सलाह है कि हमेशा उस सब्जेक्ट से पेपर सॉल्व करने की शुरुआत करें जो आपका सबसे मजबूत हो। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और आप बाकी पेपर के लिए मानसिक तौर पर तैयार हो जाते हैं।
जेईई मेन का ज्यादातर सिलेबस एनसीईआरटी की किताबों से आता है। पिछले बरसों के पेपर्स देखें तो पाएंगे कि केमिस्ट्री में सामान्य सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए इस सब्जेक्ट में आप अच्छे अंक पा सकते हैं। केमिस्ट्री के सवाल फिजिक्स और मैथ्स की तुलना में छोटे और आसान होते हैं। इनमें भी आप अच्छे नंबर ला सकते हैं। लेकिन अंत में यह आपका निर्णय है कि आप किस सेक्शन से पेपर सॉल्व करना शुरू करते हैं।
आपको कभी भी पेपर में तुक्के के आधार पर आंसर नहीं लिखना चाहिए, लेकिन यदि किसी प्रश्न के चार ऑप्शन्स में आपको लगता है कि दो तो एकदम गलत हैं और आप बाकी दो में से सही आंसर ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं तो इस स्थिति में आप सूझबूझ के साथ रिस्क उठा सकते हैं। अगर आपका उत्तर गलत होता है तो आपके 1 अंक काट लिए जाएंगे, पर सही होने पर 4 अंक मिल भी जाएंगे।
हर पेपर में कुछ आसान और कुछ मुश्किल सवाल होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप ज्यादा मुश्किल सवाल को अंत के लिए छोड़ दें। जरूरी है कि आसान सवालों को हल करके कठिन सवालों पर बाद में समय लगाया जाए, क्योंकि सवाल आसान हो या मुश्किल उनमें अंक तो 4 ही होते हैं।
इस सोच के साथ कभी भी एग्जाम हॉल में मत जाएं कि आपको 90 सवालों में से सभी 90 को हल करने हैं।
एग्जाम से पहले अपनी सेहत का ध्यान रखें, उत्साहित रहें और अपनी सोच को सकारात्मक रखें। ईश्वर और खुद की काबिलियत पर भरोसा रखें।