Edited By Sonia Goswami,Updated: 16 Jul, 2018 11:29 AM
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पढ़ाई बीच में छोड़ने वाली मुस्लिम लड़कियों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है
नई दिल्लीः केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पढ़ाई बीच में छोड़ने वाली मुस्लिम लड़कियों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है और यह घटकर अब आधा हो गयी है। श्री नकवी ने मंत्रालय और जामिया मिलिया इस्लामिया द्वारा संयुक्त रूप से मदरसा छात्रों एवं स्कूल छोडऩे वाले बच्चों के लिए चलाए जा रहे ‘ब्रिज कोर्स’ में उत्तीर्ण छात्रों को प्रमाणपत्र वितरित करते हुए कहा कि मुस्लिम लडकियों की बीच में पढ़ाई छोड़ने की दर पहले 70 प्रतिशत से ज्यादा थी जो घटकर अब लगभग 35 प्रतिशत हो गई है। सरकार की नई रोशनी, बेगम हजरत महल स्कालरशिप आदि के तहत एक करोड़ 21 लाख बच्चियों और महिलाओं का सशक्तीकरण किया गया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ‘मदरसों पर ताला’ नहीं लगाना चाहती बल्कि ‘फॉर्मल तालीम की माला’ पहनाकर मुस्लिम बच्चों को रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध कराना चाहती है। पिछले एक साल के दौरान मदरसों तथा अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े हजारों शैक्षिक संस्थानों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली में शामिल किया गया है और इसी का परिणाम कि अल्पसंख्यक तबके के युवा मुख्यधारा की शिक्षा ग्रहण कर रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले चार साल के दौरान छात्रवृत्ति की योजनाओं से गरीब, कमजोर अल्पसंख्यक समाज के दो करोड 66 लाख छात्र-छात्राएं लाभान्वित हुए हैं। विभिन्न योजनाओं के तहत पांच लाख 43 हजार युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार के अवसर मुहैय्या कराए गए हैं।