Edited By pooja,Updated: 25 Sep, 2018 02:45 PM
जेएनयू प्रशासन और छात्र संघ के बीच ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा को लेकर शीत युद्ध छिड़ गया है। जेएनयू छात्र संघ ने सोमवार को प्रेस सम्मेलन करके ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा पर सवाल उठाया।
नई दिल्ली: जेएनयू प्रशासन और छात्र संघ के बीच ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा को लेकर शीत युद्ध छिड़ गया है। जेएनयू छात्र संघ ने सोमवार को प्रेस सम्मेलन करके ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा पर सवाल उठाया।
प्रेस सम्मेलन के दौरान छात्र संघ के अध्यक्ष एनसाई बालाजी ने कहा कि जिस अकादमिक बैठक में ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का प्रस्ताव पास हुआ है। उस बैठक में जेएनयू छात्र संघ मौजूद नहीं था। ऐसे में जेएनयू प्रशासन ने अलोकतांत्रिक तरीके से इस प्रस्ताव का पास करवाया। ऑनलाइन परीक्षा के लिए बनाई गई कमेटी पर सवाल उठाते हुए बाला जी ने कहा कि जिस कमेटी ने ऑनलाइन परीक्षा का पूरा ढांचा तैयार किया है। उनमें से दो प्रोफेसर पर थीसिस चोरी करने का इलजाम लगा हुआ है। जेएनयू में पिछड़े और आदिवासी इलाकों से छात्र पढऩे के लिए आते है। कई छात्र ऐसे भी होते है जिन्हें अपनी बोली के अलावा अन्य भाषा नहीं आती है। ऐसे में प्रवेश परीक्षा के दौरान आवेदक अपने भाषा में भी उत्तर लिख सकता था। लेकिन ऑनलाइन मोड होने की वजह से ऐसा नहीं हो पाएगा और पिछडे क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को जेएनयू में पढऩे का मौका नहीं मिलेगा।