Edited By rajesh kumar,Updated: 22 Dec, 2020 05:07 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चार दिवसीय भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के छठे संस्करण का उद्घाटन किया। इसी दौरान उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक तब तक अधूरी जब तक लोगों को इसका फायदा नहीं मिले।
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चार दिवसीय भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) के छठे संस्करण का उद्घाटन किया। इसी दौरान उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक तब तक अधूरी जब तक लोगों को इसका फायदा नहीं मिले। मोदी ने कहा कि ज्यादा इंजीनियरिंग कॉलेज बनाने पर जोर दिया जा रहा है।
इससे पहले केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने बताया था कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू महोत्सव के आखिरी दिन 25 दिसंबर को इसे संबोधित करेंगे। हर्षवर्धन ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 दिसंबर को 4.30 बजे आईआईएसएफ को संबोधित करेंगे वहीं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू 25 दिसंबर को इसे संबोधित करेंगे। इस बार आईआईएसएफ-2020 का विषय च्च्आत्मनिर्भर भारत और विश्व कल्याण के लिए विज्ञान रखा गया है।
इस महोत्सव का आयोजन वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित विजनाना भारती, बायोटेक्नोलॉजी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय संयुक्त रूप से किया गया है। हर्षवर्धन ने बताया कि इस आयोजन के लिए अभी तक एक लाख लोगों का पंजीकरण हो चुका है। वर्ष 2015 में शुरू हुआ आईआईएसएफ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहन देने का एक उत्सव है। इसका उद्देश्य जनता को विज्ञान से जोडऩा, विज्ञान की खुशी को मनाना और यह दिखाना कि कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) जीवन में सुधार के लिए समाधान उपलब्ध करा सकते हैं।