Edited By bharti,Updated: 24 Apr, 2019 12:29 PM
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले उन स्टूडैंट्स के लिए यह खबर राहत वाली है जिनको पिछले दिनों विभाग की ओर से ...
लुधियाना (विक्की): सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले उन स्टूडैंट्स के लिए यह खबर राहत वाली है जिनको पिछले दिनों विभाग की ओर से दी गई वर्दियों का साइज छोटा निकला था। विभिन्न जिलों से आ रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुए विभाग ने अब समूह जिला शिक्षा अधिकारियों के अलावा स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे विद्यार्थियों की संख्या के मुताबिक बच्चों की वर्दियां सप्लाई करने वाली संबंधित फर्मों से बदलवाई जाएं। पंजाब के स्टेट प्रोजैक्ट डायरैक्टर द्वारा जारी ताजा आदेशों में स्कूलों को उक्त प्रक्रिया पूरी करने के लिए 5 दिन का समय दिया गया है। अब विद्यार्थी छोटे साइज की वर्दी पहनकर स्कूल नहीं आएंगे।
पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों को पंजाब सरकार द्वारा नि:शुल्क स्कूल ड्रैस उपलब्ध करवाई जा रही हैं। लेकिन सरकार द्वारा सैशन शुरू होने पर अधिकतर बच्चों को उपलब्ध करवाई गई स्कूल ड्रैस का साइज सही न होने के चलते पिछले कुछ दिनों के दौरान शिक्षा विभाग लगातार सुर्खियों में बना हुआ था। स्कूलों में विद्यार्थियों को जिस तरह से ड्रैस मिली उसी तरह से विद्यार्थी भी उसे पहनकर स्कूलों में आने लगे। कई जगह पर तो सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें वायरल हुईं जिसमें बच्चों को छोटे साइज की ड्रैस पहने देखा जा सकता था। लेकिन अब विभाग ने विद्यार्थियों को उनके साइज के अनुसार स्कूल ड्रैस उपलब्ध करवाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सप्लायर से भी विभाग ने की जवाबतलबी
शिक्षा विभाग ने जिन विद्यार्थियों को साइज के अनुसार स्कूल ड्रैस नहीं मिली, की रिपोर्ट सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से मांगी है। पत्र के मुताबिक अब उन विद्यार्थियों की ड्रैस स्कूलों को ब्लॉक स्तर पर 5 दिन के अंदर साइज के अनुसार उपलब्ध करवाई जाएगी। सूत्र बताते हैं कि विभागीय अधिकारियों ने उक्त मामले को लेकर ड्रैस सप्लाई करने वाली फर्मों से भी जवाबतलबी की है, कि विद्यार्थियों को उनके साइज के मुताबिक ड्रैस उपलब्ध क्यों नहीं करवाई गई।
पहले स्कूल खुद खरीदते थे ड्रैस
विभाग द्वारा पहले स्कूलों को 400 रुपए प्रति विद्यार्थी के अनुसार स्कूल ड्रैस खरीदने के लिए फंड उपलब्ध करवाया जाता था और स्कूल अपने स्तर पर विभाग द्वारा तय मानकों के अनुसार ड्रैस खरीद विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाते थे लेकिन इस बार पैसों के स्थान पर विभाग द्वारा स्कूलों को स्कूल ड्रैस ही उपलब्ध करवाई गई है। इसके चलते कई स्थानों पर विद्यार्थियों को सही साइज की वर्दी न मिलने की शिकायतें आ रही थीं जिस पर आज विभाग ने पूर्ण विराम लगा दिया है।