Edited By Sonia Goswami,Updated: 13 Feb, 2019 11:52 AM
यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का आज तीसरा दिन है। सुबह 6 बजे से ही केंद्रों के बाहर छात्रों की लंबी लाइनें नजर आने लगी। कोई अपने पैरेंट्स के साथ तो कहीं छात्र खुद साइकिल चलाकर परीक्षा देने पहुंचा।
एजुकेशन डेस्कः यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का आज तीसरा दिन है। सुबह 6 बजे से ही केंद्रों के बाहर छात्रों की लंबी लाइनें नजर आने लगी। कोई अपने पैरेंट्स के साथ तो कहीं छात्र खुद साइकिल चलाकर परीक्षा देने पहुंचा। नकलविहीन परीक्षा के तहत कहीं छात्रों से जूते के साथ उनकी चप्पलें भी उतरवा ली गई। वहीं, कहीं पर छात्र अंधेरे में पेपर देते दिखाई दिए। इसी हलचल के बीच डिप्टी सीएम ने परीक्षा केंद्रों का जायजा भी लिया।
बता दें, यूं तो परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू हैं। वहीं, प्रमुख विषयों की परीक्षा आज (मंगलवार) से शुरू हो रही हैं। हाईस्कूल, इंटर के छात्रों का हिंदी व वाणिज्य विषयों के पेपर हैं।
नकलचियों पर सीसी कैमरे की नजर, तो कहीं जूते के साथ उतरवाई चप्पलें भी
सख्त व्यवस्था के बीच चल रही परीक्षा के तहत मोहनलालगंज के सिसेंदी में स्थित हीरालाल यादव इंटर कॉलेज में परक्षार्थियों से जूते के साथ-साथ उनकी चप्पलें भी उतरवाए ली गई l दूसरी तरफ, सीसी कैमरे के जरिए परीक्षा कक्षों की निगरानी की गई। वहीं, जनता इंटर कॉलेज में छात्र अंधेरे में परीक्षा देने पर मजबूर हैं। कक्ष में एक बल्ब की रोशिनी तक नहीं दिखाई दी।
परीक्षा का समय
प्रथम पाली : सुबह 8 से 11:15
द्वितीय पाली : दोपहर 2 से 5:15
कंट्रोल रूम नंबर : 0522-2254479
डिप्टी सीएम ने लिया जायजा
उधर, परीक्षा को नकलविहीन कराने की कवायद के चलते डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने नादान महल रोड स्थित एमडी शुक्ला इंटर कॉलेज और अमीनाबाद इंटर कॉलेज का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सीसी कंट्रोल रूम से लेकर कक्षों के अंदर जाकर छात्रों से बात की।
दरअसल, बोर्ड परीक्षा में 4,058 कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें 525 शिक्षक राजकीय, सहायता प्राप्त कॉलेज 1957, वित्तविहीन के 1228 शिक्षक हैं। इसमें निजी विद्यालयों के प्रबंधक-प्रधानाचार्य शिक्षकों को बोर्ड ड्यूटी में भेजने से आनाकानी कर रहे हैं। वह विद्यालय में अन्य कक्षाओं के बाधित होने की बात कह रहे हैं। ऐसे में डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार ने बोर्ड ड्यूटी में लगे शिक्षकों को जल्द कार्य मुक्त किए जाने के निर्देश दिए। वहीं लापरवाही करने पर मान्यता समाप्त करने का अल्टीमेटम दिया।