Updated: 30 Dec, 2023 04:43 PM
सिनेमा के लगातार बदलते मंजर में, कुछ फिल्में न केवल मनोरंजन के रूप में बल्कि सामाजिक संदेश देने और जागरुकता को जगाने के दमदार माध्यम के रूप में उभरती हैं।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। सिनेमा के लगातार बदलते मंजर में, कुछ फिल्में न केवल मनोरंजन के रूप में बल्कि सामाजिक संदेश देने और जागरुकता को जगाने के दमदार माध्यम के रूप में उभरती हैं। पूजा एंटरटेनमेंट की 'मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू' 2023 की ऐसी सिनेमाई मास्टरपीस थी, जो अपनी दिल छू लेने वाली और प्रभावशाली कहानी के लिए दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से प्रभावित करती है।
'मिशन रानीगंज' 2023 की बेस्ट रिव्यूड फिल्म है। इसने अपनी दिलचस्प कहानी, शानदार प्रदर्शन और वास्तविक जीवन की घटना के गहरे प्रभाव के लिए खूब तारीफें हासिल की है। आलोचकों और दर्शकों ने समान रूप से फिल्म के एंटरटेनमेंट, शिक्षा और प्रेरणा देने की क्षमता की सराहना की है, जिससे एक सिनेमाई मास्टरपीस के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है जो सीमाओं को पार करती है और यूनिवर्सल रूप से गूंजती है।
इस फिल्म को सिर्फ देश में ही नहीं, विदेशों में भी मान्यता मिली है। ये फिल्म ऑस्कर्स 2024 के लिए एक इंडिपेंडेंट एंट्री के रूप में पेश किया गया है। यह प्रतिष्ठित मान्यता फिल्म की ग्लोबल अपील और सिनेमाई एक्सीलेंस को रेखांकित करती है, जो इसे इंटरनेशनल स्पेस में अग्रणी के रूप में स्थापित करती है।
अपने ग्लोबल इम्पैक्ट को और मजबूत करते हुए, फिल्म नेटफ्लिक्स पर सफलता के शिखर पर पहुंच गई और नॉन-इंगलिश कैटेगरी में नंबर 1 पर ट्रेंड कर रही है। यह ग्लोबल अक्लेम फिल्म की यूनिवर्सल अपील और संस्कृतियों, भाषाओं और सीमाओं के पार दर्शकों के साथ जुड़ने की क्षमता को रेखांकित करती है।
परिवर्तन और जागरूकता के उत्प्रेरक के रूप में इसकी क्षमता को पहचानते हुए, 'मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू' को स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को दिखाया गया। सिनेमा को शिक्षा का हिस्सा बनाकर ये फिल्म विचारधारा, संवेदना और जुड़ाव को बढ़ावा देती है, युवाओं को पॉजिटिव बदलाव लाने के लिए ज्ञान और प्रेरणा से सशक्त बनाती है।