Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 06:38 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही रक्षा बंधन के त्योहार के बारे में कुछ जानते हैं या नहीं ...
गुड़गांव/ वॉशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही रक्षा बंधन के त्योहार के बारे में कुछ जानते हैं या नहीं लेकिन हरियाणा के एक मुस्लिम बहुल गांव की महिलाओं ने ट्रंप को 1,001 राखियां भेजी हैं। एक एनजीओ ने इस गांव का नाम प्रतीकत्मक रूप से ट्रंप के नाम पर रखा है।
जानकारी मुताबिक,यह गांव तब सुर्खियों में आया था जब इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गिनाइजेशन (एसआईएसएसओ) के प्रमुख बिंदेश्वर पाठक ने इसका नाम ‘ट्रंप्स गांव’ रखने का ऐलान किया था। गांव को गोद लेने वाले एनजीओ ने कहा कि पिछड़े मेवात क्षेत्र के मरोरा गांव के लोगों का यह कदम भारत और अमरीका के बीच रिश्तों के और मजबूत देने की भावना को व्यक्त करता है।
जबकि जिला प्रशासन ने बाद में कहा था कि गांव का नाम बदलने का कदम अवैध है। प्रशासन के इस कदम के बाद संगठन के सदस्यों को नए नाम का बोर्ड हटाना पड़ा था।
एनजीओ की उपाध्यक्ष मोनिका जैन ने बताया कि गांव की छात्राओं ने ट्रंप की फोटो वाली 1001 एक राखियां बनाई हैं और नरेंद्र मोदी की तस्वीर वाली 501 राखियां बनाई है। गांव की महिलाएं एवं लड़कियां उन्हें अपने बड़े भाइयों के तौर पर मानती हैं। यही वजह है राखियों को शुक्रवार को भेज दिया गया ताकि यह 7 अगस्त को रक्षा बंधन पर अमरीकी राष्ट्रपति तक पहुंच सकें और गांव के लोगों ने दोनों नेताओं को गांव की यात्रा करने के लिए निमंत्रण भी भेजा है। गांव की रहने वाली रेखा रानी(15)ने कहा- मैंने तीन दिन में ट्रंप भैया के लिए 150 राखियां बनाई हैं और ट्रंप के लिए एक पत्र भी लिखा है जिसमें कहा गया है कि आपके गांव की लड़कियां चाहती हैं कि आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यहां यात्रा करें।