Edited By Surinder Kumar,Updated: 02 Mar, 2024 12:12 PM
जिस कांग्रेस पार्टी ने विधायकों को मान सम्मान दिया और विधायक बनने का मौका दिया उसके साथ वफादारी करनी चाहिए थी लेकिन 6 विधायकों ने यह नहीं किया जोकि शर्मनाक है।
ऊना, (विशाल स्याल): जिस कांग्रेस पार्टी ने विधायकों को मान सम्मान दिया और विधायक बनने का मौका दिया उसके साथ वफादारी करनी चाहिए थी लेकिन 6 विधायकों ने यह नहीं किया जोकि शर्मनाक है। यह बात ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कही। उन्होंने कहा कि चिंतपूर्णी के कांग्रेसी विधायक सुदर्शन बबलू राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले बीमार हो गए लेकिन इसके बावजूद उन्होंने शिमला पहुंचकर मतदान किया। बाकि विधायकों को भी इससे सीख लेनी चाहिए थी।
रायजादा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू जमीन से जुड़े नेता हैं और संगठन को भी उन्होंने कई सालों तक सींचा है। सुक्खू के हक मेेंं विधायक खड़े हैं लेकिन कई लोग तरह तरह की बेबुनियाद भ्रांतियां फैलाने में लगे हैं जिसका आने वाले समय में मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। पार्टी में हमेशा अपना लाभ देखना सही नहीं है। जिस पार्टी की बदौलत नेता बनते हैं उसके लिए भी कई बार नेता को कई तरह के त्याग करने पड़ते हैं। समय आने पर पार्टी के विश्वस्त नेताओं को पार्टी लाभ जरूर मिलता है।
रायजादा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 6 विधायकों की सदस्यता को रद्द करने का फैसला पूरी तरह से सही है। पार्टी के साथ स्टैंड न रखने वाले विधायकों पर ऐसी ही कार्यवाही होनी चाहिए ताकि इससे भविष्य में भी सही संदेश सबको मिले।