Edited By ,Updated: 03 Mar, 2015 06:16 PM
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने राज्य सरकार से मनरेगा की दिहाड़ी 200 रुपए किए जाने की मांग की है।
शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने राज्य सरकार से मनरेगा की दिहाड़ी 200 रुपए किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर राज्य को उदार वित्तीय मदद मिली है। इसी तरह अब केन्द्रीय बजट में मनरेगा के लिए 5,000 करोड़ रुपए की बढ़ौतरी को देखते हुए राज्य सरकार को मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ाकर 200 रुपए करनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देशभर में एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां मनरेगा में कार्यरत श्रमिकों को सबसे कम दिहाड़ी मिलती है। हिमाचल में मनरेगा में कार्यरत श्रमिकों को 154 रुपए दैनिक पारिश्रमिक मिलता है जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब में 200 रुपए, चंडीगढ़ में 227 रुपए और हरियाणा में 236 रुपए दैनिक मिलते हैं। उन्होंने कहा कि परम्परा अनुसार हिमाचल प्रदेश वेतन के मामले में पंजाब का अनुसरण करता है, ऐसे में मजदूरों को भी दिहाड़ी पंजाब की तर्ज पर कम से कम 200 रुपए देनी चाहिए ताकि प्रदेश के सबसे गरीब तबके को राहत मिल सके।
प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि चुनावों से पूर्व व अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने वायदा किया था कि वह हिमाचल प्रदेश में सत्ता में आने पर प्रदेश में मजदूरों की दिहाड़ी 200 रुपए करेगी। प्रदेश में सत्ता में आए हुए कांग्रेस को 2 वर्ष से ज्यादा का समय बीत चुका है परन्तु धन की कमी का रोना रोकर कांग्रेस ने गरीब तबके के साथ किए इस वायदे को पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र सरकार ने धन की कोई कमी नहीं रखी है तो एेसे में हिमाचल प्रदेश सरकार को वायदे के अनुसार मजदूरों की दिहाड़ी कम से कम 200 रुपए करनी चाहिए।