Edited By ,Updated: 05 Feb, 2016 10:32 AM

जिला प्रशासन शिमला द्वारा वीरवार को बचत भवन में पीलिया रोग बारे जागरूकता के लिए विशेष सैमीनार का आयोजन ...
शिमला: जिला प्रशासन शिमला द्वारा वीरवार को बचत भवन में पीलिया रोग बारे जागरूकता के लिए विशेष सैमीनार का आयोजन किया गया। जिसमें इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला के ग्रैसट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के चिकित्सा विशेषज्ञ प्रो. अनमोल गुप्ता ने पीलिया फैलने के विभिन्न कारणों की जानकारी देते हुए बताया कि यह रोग मुख्यत: दूषित पानी के कारण फैलताहै।
यह प्रयास किया जाना चाहिए कि घर में शुद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन और भोजन बनाने के लिए शुद्ध पानी का ही प्रयोग किया जाए। पीने के लिए उबले पानी का प्रयोग सर्वश्रेष्ठ है, वहीं सैमीनार के दौरान बृज शर्मा ने बताया कि भूख न लगना, उल्टी का मन करना, शरीर में दर्द, पेशाब का रंग पीला होना, बुखार और सुस्ती आदि पीलिया के मरीजों के लक्षण हैं। पीलिया का सीम्टोमैटिक ट्रीटमैंट सम्भव है।
उन्होंने कहा कि पीलिया के मरीजों को सामान्य खाना दिया जाना चाहिए जोकि पोषक तत्वों से भरपूर हो। पीलिया के मरीज को धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। पीलिया के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है और इसका इलाज झाड़ फूक से नहीं होता है। यदि पीलिया के मरीज को रक्तस्राव, बेहोशी हो और मरीज भोजन करना छोड़ दे तो उसे तुरंत चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए। लोगों में पीलिया के प्रति जागरूकता को और अधिक बढ़ाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारी चेतराम, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, वरिष्ठ नागरिक, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, होटल संगठन के सदस्य और गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।