Edited By Tanuja,Updated: 30 Dec, 2018 11:47 AM
पाकिस्तान में फर्जी पायलट बनने का ऐसा मामला सामने आया जिससे सरकारी हवाई सेवा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की पोल खुल गई है। नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) द्वारा पाक सुप्रीम कोर्ट में दी गई जानकारी में पता चला है कि PIA में जाली प्रमाणपत्र के...
पेशावरः साल 2018 जाते-जाते भी पाकिस्तान की किरकिरी करा गया। पाक में फर्जी पायलट बनने का ऐसा मामला सामने आया जिससे सरकारी हवाई सेवा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की पोल खुल गई है। नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (CAA) द्वारा पाक सुप्रीम कोर्ट में दी गई जानकारी में पता चला है कि PIA में जाली प्रमाणपत्र के जरिए मैट्रिक फेल 5 लोग पायलट बने हुए हैं। सुनवाई के दौरान, जस्टिस एजाजुल अहसान ने कहा कि मैट्रिक तक की शिक्षा प्राप्त करने वाला व्यक्ति बस तक नहीं चला सकता लेकिन इन लोगों ने हवाई जहाज उड़ाकर यात्रियों के जीवन को खतरे में डाला।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली बेंच सरकारी हवाई सेवा में कार्यरत पायलट और अन्य कर्मचारियों की डिग्री की प्रामाणिकता से जुड़े एक मामले की सुनवाई कर रही थी। इस दौरान प्राधिकरण ने न्यायालय को बताया कि 7 पायलटों ने फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर पीआईए में नौकरी हासिल की। इनमें से पांच तो ऐसे थे जिन्होंने मैट्रिक तक भी शिक्षा हासिल नहीं की थी।
प्राधिकरण ने कोर्ट को बताया कि शैक्षिक बोर्ड और यूनिवर्सिटी डिग्री प्रामाणिकता प्रक्रिया में सहयोग नहीं करतीं। इसके चलते अधिकारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पीआईए भी पायलट और केबिन क्रू और अन्य कर्मचारियों का रिकॉर्ड उपलब्ध कराने में देरी भी करती है। वहीं, पीआईए के अफसर ने अदालत में बताया कि 50 से ज्यादा कर्मचारियों को शिक्षा से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने पर निलंबित भी किया गया।