Edited By ,Updated: 16 May, 2015 02:32 PM
2013 में अमरीका के बोस्टन में आयोजित मैराथन के दौरान बम धमाके के दोषी जोखर जारनेव को मौत की सजा सुनाई गई है। इस धमाके में 3 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 264 अन्य घायल हो गए थे।
बोस्टन: 2013 में अमरीका के बोस्टन में आयोजित मैराथन के दौरान बम धमाके के दोषी जोखर जारनेव को मौत की सजा सुनाई गई है। इस धमाके में 3 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 264 अन्य घायल हो गए थे।
शुक्रवार को अमरीका की एक अदालत ने 15 घंटे विचार-विमर्श के बाद 21 साल के जारनेव को जहर का इंजैक्शन देने का आदेश दिया। इसी कोर्ट ने पिछले महीने जारनेव को 15 अप्रैल, 2013 को बोस्टन मैराथन दौड़ के समय वहां 2 प्रेशर कुकर बम रखने का दोषी पाया था। ज्यूरी ने जारनेव पर लगे 17 आरोपों में से 6 के लिए मौत की सजा का हकदार पाया।
जारनेव को जब मौत की सजा सुनाई गई तो वह काले कोट और हल्के रंग की शर्ट पहने कोर्ट में चुपचाप खड़ा था। उसने अपना सिर नीचे झुका रखा था, लेकिन उसके चेहरे पर किसी तरह के भाव नहीं थे। गवाही के 10 हफ्तों के दौरान ज्यूरी के सदस्यों ने 150 गवाहों के बयान सुने, जिनमें वे लोग भी शामिल थे, जिन्होंने उस हमले में अपने पैर गंवा दिए थे।
गौरतलब है कि 1988 के बाद से अमरीका में संगीन अपराधों के लिए 74 लोगों में से सिर्फ 3 लोगों को ही मौत की सजा दी गई है।