Edited By Pardeep,Updated: 04 Jul, 2019 01:20 AM
अफगान प्रसारणकर्ता शमशाद ने इस सप्ताह के शुरू में काबुल में एक घातक हमले के बाद तालिबान आतंकवादी समूह के खिलाफ प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। शमशाद के न्यूज प्रबंधक आबिद एहसास ने स्पूतनिक को यह जानकारी दी। तालिबान ने जून के अंत में अफगान मीडिया...
काबुलः अफगान प्रसारणकर्ता शमशाद ने इस सप्ताह के शुरू में काबुल में एक घातक हमले के बाद तालिबान आतंकवादी समूह के खिलाफ प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया है। शमशाद के न्यूज प्रबंधक आबिद एहसास ने स्पूतनिक को यह जानकारी दी। तालिबान ने जून के अंत में अफगान मीडिया नेटवर्क को चेतावनी दी थी कि जो लोग तालिबान विरोधी प्रचार प्रसारित करते हैं, उन्हें दुश्मनों के रूप में लक्षित किया जाएगा।
तालिबान को एक खतरनाक तत्व के रूप में दिखाने वाले विज्ञापनों का भुगतान अफगान सरकार ने किया था, इसलिए मीडिया नेटवर्क के प्रबंधकों ने सरकार को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान कराने की अपील भी की थी। एहसास ने कहा, ‘‘उन्होंने (मीडिया ने) हाल ही में इस प्रचार पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया क्योंकि सरकार मीडिया के साथ उनके वादों को पूरा करने में विफल रही है।''
प्रसारणकर्ता का कार्यालय सोमवार को लक्ष्य साध कर किए गए हमले वाला स्थल रक्षा मंत्रालय कार्यालय के पास ही है। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। इस हमले में कई पत्रकार घायल हो गए और एक गार्ड की मौत हो गई। इस हफ्ते की शुरुआत में, एरियाना टेलीविज़न नेटवर्क ने भी हमले के डर से, इसी प्रकार तालिबान विरोधी प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया है।
तालिबान की ओर से जारी की गई धमकी के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के प्रमुख मोहम्मद मासूम स्टेक्नेजाई ने यहां मीडिया प्रबंधकों के समूह से कहा, ‘‘इस मामले पर कतर में तालिबान के साथ चर्चा की जाएगी।'' गौरतलब है कि जर्मनी और कतर सात और आठ जुलाई को दोहा में अंतर-अफगान संवाद सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। इस वार्ता में अफगान सरकार और तालिबान उग्रवादियों के प्रतिनिधि बातचीत करेंगे।