Edited By Tanuja,Updated: 20 Jan, 2021 04:58 PM
आज शपथ लेने वाले अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन भी चीन की मुश्किलें बढ़ा सकता है। जो बाइडेन द्वारा खुफिया प्रमुख ...
इंटरनेशनल डेस्कः आज शपथ लेने वाले अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन भी चीन की मुश्किलें बढ़ा सकता है। जो बाइडेन द्वारा खुफिया प्रमुख के तौर पर नामित ऐवरिल हेन्स ने स्पष्ट कर दिया है कि वह चीन की तरफ से मिल रही चुनौतियों का सामना करने के लिए आक्रामक रुख अपनाए जाने का समर्थन करती हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन भी चीन के प्रति सख्त रवैया अपना चुका है जिस कारण चीन को कई पाबंदियां झेलनी पड़ी। ऐवरिल नेचीन को अमेरिका की सुरक्षा और समृद्धि के लिए खतरा बताते हुए कहा कि बीजिंग की तरफ से मिल रही चुनौतियों का आक्रामकता से सामना करने पड़ेगा।
नेशनल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर पद के लिए कन्फरमेशन हियरिंग के दौरान ऐवरिल ने कहा कि चीन को लेकर अमेरिका के दृष्टिकोण को अब बदलना होगा ताकि चीन की मुखरता और आक्रामकता का सामना किया जा सके। उन्होंने कहा, 'चीन हमारी सुरक्षा, समृद्धि मूल्यों और कई अन्य मामलों के लिए चुनौती है इसलिए हम जिन हालात का सामना कर रहे हैं, उनसे निपटने के लिए आक्रामक रुख अपनाना जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि चीन को जासूसी की आदत है लेकिन हम उसे किसी भी तरह से गैरकानूनी कार्रवाई करने से रोकेंगे।
ऐवरिल ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'चीन की मंशा और क्षमता को समझने के लिए अपने संसाधन लगाना और उसपर ध्यान रखने के अलावा फोकस इसपर भी होगा कि हम उसकी ओर की गई कार्रवाई को रोकें और हमारे हित के खिलाफ कुछ भी ऐक्शन लेने पर चीन की जवाबदेही तय करें।' जो बाइडेन ने ऐवरिल को बीते महीने खुफिया विभाग के निदेशक के पद के लिए नामित किया था। ऐवरिल इससे पहले ओबामा प्रशासन में वाइट हाउस की डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर रह चुकी हैं।