Edited By Pardeep,Updated: 11 Jul, 2020 05:39 AM
अंतरिक्ष तकनीक की दुनिया में राज करने का सपना देख रहे चीन को बड़ा शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। चीन का सबसे बड़ा ठोस ईंधन से चलने वाला रॉकेट कुआईझाउ-11 पश्चिमोत्तर चीन में जिक्उक्वान सैटलाइट लॉन्च सेंटर में फेल हो गया है। शुक्रवार को स्थानीय...
पेइचिंगः अंतरिक्ष तकनीक की दुनिया में राज करने का सपना देख रहे चीन को बड़ा शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। चीन का सबसे बड़ा ठोस ईंधन से चलने वाला रॉकेट कुआईझाउ-11 पश्चिमोत्तर चीन में जिक्उक्वान सैटलाइट लॉन्च सेंटर में फेल हो गया है। शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 12:17 बजे यह सैटलाइट फेल हो गया।
चीनी अधिकारियों ने बताया कि सैटलाइट के फेल होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। चीन ने कम पैसे में अंतरिक्ष में उपग्रह भेजने के लिए यह सैटलाइट डिजाइन किया है। चीन का दावा है कि यह बेहद विश्वसनीय रॉकेट है लेकिन इस हादसे से उसके दावे की हवा निकल गई है। यह रॉकेट करीब 70.8 टन वजनी पेलोड ले जाने में सक्षम है।
यह चीनी उपग्रह अंतरिक्ष निचली कक्षा में उपग्रहों को स्थापित करने का काम करता है। इससे पहले इसी साल मई महीने में अपने स्पेस स्टेशन पर कार्गो ले जाने के इरादे से लॉन्च किए गए चीन के टेस्ट रॉकेट को तकनीकी खराबी के बाद पृथ्वी की ओर लौटना पड़ा था। हालांकि, उस समय एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया जब इस रॉकेट का बड़ा हस्सा पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित होकर गिरने लगा।
हादसे का शिकार Long March 5B रॉकेट का यह करीब 30 मीटर लंबा और 5 मीटर चौड़ा हिस्सा, लगभग 20 मीट्रिक टन का था। माना जा रहा है कि पिछले 30 साल में पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित होकर लौटने वाला यह सबसे बड़ा ऑब्जेक्ट था। इससे पहले 1991 में करीब 39 टन का सोवियत यूनियन स्पेस स्टेशन Salyut ऐसे ही आ गिरा था।