थाईलैंड : गुफा से बचाए गए बच्चों ने कहा बाहर आना चमत्कार जैसा

Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2018 08:54 PM

children rescued from cave in thailand have shared their experiences

थाईलैंड में पानी से भरी गुफा से जोखिमपूर्ण अभियान चलाकर बचाए गए 12 बच्चों और उनके फुटबॉल कोच ने पहली बार अपने असाधारण अनुभवों को साझा किया। संवाददाता सम्मेलन में जब ‘वाइल्ड बोर्स’ के सदस्य उत्तरी थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में अंधेरे में बिताए अपने...

चियांग राय: थाईलैंड में पानी से भरी गुफा से जोखिमपूर्ण अभियान चलाकर बचाए गए 12 बच्चों और उनके फुटबॉल कोच ने पहली बार अपने असाधारण अनुभवों को साझा किया। संवाददाता सम्मेलन में जब ‘वाइल्ड बोर्स’ के सदस्य उत्तरी थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में अंधेरे में बिताए अपने नौ दिनों के बारे में सवालों के जवाब दे रहे थे तब वे स्वस्थ और खुश नजर आ रहे थे। अंतरराष्ट्रीय बचाव दल ने उन्हें खोजा था। 

गुफा के अंदर दीवारों से रिस रहे पानी पीकर जिंदा रहे बच्चे
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद लोगों ने इन किशोरों का स्वागत किया। इन किशोरों ने संवाददाता सम्मेलन में जाने से पहले एक अस्थायी मैदान में फुटबॉल भी खेला। वाइल्ड बोर्स के फुटबॉलर अब्दुल सैम ओन (14) ने बचाव के बारे में कहा, ‘‘यह एक चमत्कार है।’’ बच्चों से उनके भयावह अनुभव के बारे में बड़े प्यार से सवाल किए गए। जब टीम गुफा में अंदर फंस गई तब उसके पास खाने को कुछ नहीं था। गुफा के अंदर दीवारों से रिस रहे पानी को पीकर जिंदा रहे। लेकिन डॉक्टरों ने कहा है कि अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ के बाद सभी 13 लोग सेहतमंद हैं। 

PunjabKesariयह ब्रीफिंग बहुत ही नियंत्रित थी क्योंकि विशेषज्ञों ने संभावित दीर्घकालिक तनाव की चेतावनी दे रखी थी। सियांग राय के जन संपर्क विभाग ने मीडिया संगठनों से पहले ही सवाल मंगा लिए थे और उन्हें मनोचिकित्सकों के भेज दिया था। थाईलैंड के जुंटा नेता प्रयुत चान ओ चा ने बुधवार को मीडिया से इन बच्चों से सवाल पूछने के दौरान सावधानी बरतने की अपील कर रखी थी और उनसे ऐसे सवालों से बचने को कहा था कि जिनसे बच्चों को नुकसान पहुंचे। इन बच्चों की कहानी जानने में लोगों की तीव्र इच्छा है। 

डॉक्टरों की सलाह:कम से कम एक महीने तक पत्रकारों के संपर्क में नहीं आएं
कुछ फिल्म प्रोडक्शन हाउसों की इस घटना पर हॉलीवुड फिल्म बनाने को लेकर नजर है। डॉक्टरों ने 11-16 साल के इन बच्चों के परिवारों को सलाह दी है कि वे उन्हें कम से कम एक महीने तक पत्रकारों के संपर्क में नहीं आने दें। बच्चों के परिवारों ने उनकी घर वापसी का बेसब्री इंतजार किया है। 13 साल के डोम की दादी खामयू प्रोथेप ने आज कहा, ‘‘यह मेरे जीवन का सबसे खुशी का दिन है।’’
PunjabKesari
जब ब्रिटिश गोताखोर गुफा के अंदर पहुंचे तब उन्होंने देखा कि नौ दिनों तक बिना भोजन के रहने से ये बच्चे बिल्कुल दुर्बल हो गए थे और एक जगह एक-दूसरे से चिपककर बैठे थे। बचावकर्मियों ने उन्हें बाहर निकालने की सबसे बेहतर योजना पर चर्चा की और आखिरकार उन्होंने जोखिमपूर्ण अभियान का फैसला किया। उन्हें शांत रखने के लिए नशे की दवा दी गई और पानी से भरे रास्ते से बाहर निकालने में जुट गए। उन्होंने उसके लिए सैन्य ग्रेड के स्ट्रेचरों का इस्तेमाल किया। 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!