Edited By Pardeep,Updated: 23 Jul, 2018 10:05 PM
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा है कि अमरीका से मिलने वाली सैन्य सहायता के बिना ताइवान की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। वू ने कहा कि यदि अमरीका से मिलनेे वाली सैन्य सहायता बंद कर दी जाती है तो चीन अपनी सैन्य ताकत का इस्तेमाल कर ताइवान पर...
ताइपे: ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा है कि अमरीका से मिलने वाली सैन्य सहायता के बिना ताइवान की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। वू ने कहा कि यदि अमरीका से मिलनेे वाली सैन्य सहायता बंद कर दी जाती है तो चीन अपनी सैन्य ताकत का इस्तेमाल कर ताइवान पर कब्जा कर सकता है।
उन्होंने कहा कि ताइवान की सरकार का ऐसा मानना है कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान अमरीका के साथ उसके संबंध काफी मजबूत हुए हैं। इसके बावजूद अमरीका को ताइवान की सैन्य सहायता के अलावा कूटनीतिक मदद भी जारी रखना काफी महत्वपूर्ण है। वू ने कहा कि यदि ताइवान को मिलने वाली अमरीकी सैन्य सहायता रोक दी जाती है तो चीन इसका लाभ उठाकर ताइवान पर कब्जा करने की कोशिश करेगा।
गौरतलब है कि चीन काफी लंबे समय से ताइवान को फिर से अपने में मिलाने का प्रयास कर रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस वर्ष मार्च में अपने एक भाषण में कहा था कि ताइवान को चीन में मिलाना उनके देश के सभी लोगों की आकांक्षा है। अमरीकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के इस वर्ष जून में चीन दौरे के समय भी चीनी राष्ट्रपति ने अपने एक बयान में कहा कि चीन‘एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेगा‘।