Edited By vasudha,Updated: 27 May, 2020 03:14 PM
चीन का एक सर्वेक्षण दल विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत एवरेस्ट की ऊंचाई फिर से नापने के लिए तिब्बत के रास्ते बुधवार को वहां पहुंच गया। सरकारी मीडिया ने बताया कि चीन की माप के अनुसार माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8844.43 मीटर है जो नेपाल की गणना से चार मीटर कम है।...
इंटरनेशनल डेस्क: चीन का एक सर्वेक्षण दल विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत एवरेस्ट की ऊंचाई फिर से नापने के लिए तिब्बत के रास्ते बुधवार को वहां पहुंच गया। सरकारी मीडिया ने बताया कि चीन की माप के अनुसार माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8844.43 मीटर है जो नेपाल की गणना से चार मीटर कम है। चीन ने एक मई से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई को मापने के लिए एक नया सर्वेक्षण शुरू किया। हालांकि विशेषज्ञों का दावा है कि इसके जरिए चीन भारत सहित कई पड़ोसी देशों की निगरानी कर सकता है।
माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई को ले कर चीन नेपाल की माप से संतुष्ट नहीं है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट में कहा गया है कि इसने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की ऊंचाई को दोबारा मापने के लिए चीन को अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित किया और वैज्ञानिकों का मानना है कि यह प्रकृति के संबंध में इंसान की समझ को बढ़ाएगा और वैज्ञानिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी सर्वेक्षणकर्ताओं ने माउंट एवरेस्ट पर स्केल माप और वैज्ञानिक अनुसंधान के छह चक्र पूरे किए और 1975 और 2005 में दो बार चोटी की ऊंचाई क्रमशः 8,848.13 मीटर और 8,844.43 मीटर बताई। नेपाल ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर मार्च में माउंट एवरेस्ट सहित हिमालय की अपनी सभी चोटियों को बंद कर दिया था। चीन की कंपनी हुवावेई माउंट एवरेस्ट पर दो 5जी स्टेशन बनाने के लिए चाइना मोबाइल के साथ मिल कर काम कर रही है।