Edited By Tanuja,Updated: 24 Apr, 2018 10:51 AM
अस्पतालों में जानलेवा सुपरबग फैलने के पीछे विशेषज्ञों ने एक एेसा कारण ढूंढ निकाला है जिसे जानकर डाक्टर भी हैरान परेशान हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किए एक नए अध्ययन में पता चला है कि विशेषज्ञों के काफी सतर्क रहने के बावजूद थर्मामीटर के कारण...
लंदनः अस्पतालों में जानलेवा सुपरबग फैलने के पीछे विशेषज्ञों ने एक एेसा कारण ढूंढ निकाला है जिसे जानकर डाक्टर भी हैरान परेशान हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा किए एक नए अध्ययन में पता चला है कि विशेषज्ञों के काफी सतर्क रहने के बावजूद थर्मामीटर के कारण सुपरबग फैल रहा है। विशेषज्ञों ने इसके लिए अस्पतालों में कई मरीजों द्वारा एक ही थर्मामीटर के इस्तेमाल को जिम्मेदार ठहराया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इसके कारण जापानी फंगल इनफैक्शन बढ़ गया है। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने देखा कि ज्यादातर संक्रमित मरीज बाजुओं में लगाने वाला एक ही थर्मामीटर का इस्तेमाल कर रहे थे। यह संक्रमण अब तक ब्रिटेन के 55 अस्पतालों के 200 मरीजों को अपनी चपेट में ले चुका है। इसके लिए पहले स्टाफ की कमी को जिम्मेदार ठहराया गया, मगर बाद में थर्मामीटर पर विशेषज्ञों ने ध्यान केंद्रित किया।
विशेषज्ञों ने कहा कि जिन मरीजों का रोग प्रतिरोधक तंत्र कमजोर होता है उनके रक्त प्रवाह में फंगस से संक्रमण हो सकता है। यह जानलेवा भी साबित हो सकता है या इसके कारण सुनने की ताकत खत्म हो सकती है। विशेषज्ञों ने संक्रमित मरीजों की जांच में देखा कि इन्हें सुपरबग का इनफैक्शन अस्पताल में भर्ती होने के बाद हुआ। इनकी बीमारी तमाम तरह के नियंत्रण के बावजूद काबू में नहीं आ रही थी। इसके बाद कई मरीजों के बीच इस्तेमाल होने वाले उपकरणों पर जब ध्यान दिया गया तो कई मरीजों की हालत बेहतर हो गई।