नाकेबंदी के चलते नेपाल पर मंडरा रहा है दूसरे मानवीय संकट का जोखिम : ब्रिटेन

Edited By ,Updated: 26 Nov, 2015 09:26 AM

due to the blockade on nepal is facing the risk of another humanitarian crisis uk

ब्रिटेन ने नेपाल को चेताया कि यदि भारतीय मूल के मधेसियों के दो महीने से जारी प्रदर्शन का वार्ता और समझौते के जरिए हल नहीं किया जाता है तो उस पर दूसरे मानवीय संकट का जोखिम मंडरा रहा...

काठमांडो:ब्रिटेन ने नेपाल को चेताया कि यदि भारतीय मूल के मधेसियों के दो महीने से जारी प्रदर्शन का वार्ता और समझौते के जरिए हल नहीं किया जाता है तो उस पर दूसरे मानवीय संकट का जोखिम मंडरा रहा है।  विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय राज्य मंत्री ह्यूगो स्वायर ने नेपाल के भूकंप प्रभावित जनता के बीच मानवीय सहायता की आपूर्ति एवं वितरण पर भारत-नेपाल सीमा के समीप मधेसी प्रदर्शनकारियों की नाकेबंदी से पड़ने वाले प्रभाव पर गंभीर चिंता भी जताई।  

यहां ब्रिटिश दूतावास के बयान के अनुसार स्वायर ने कल नेपाल के उपप्रधानमंत्री कमल थापा से वार्ता की। दोनों के बीच सकारात्मक और रचनात्मक वार्ता हुई।  उन्होंने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मेडिकल सेवाओं पर हमले और सीमा पर नाकेबंदी के मानवीय प्रभाव से लगातार हमारी चिंता बढ़ रही है। शांतिपूर्ण वार्ता एवं समझौते की अपील करता हूं। ’’   उन्होंने नेपाल सरकार से अप्रैल के विनाशकारी भूकंप के बाद शुरू हुई पुनर्निर्माण प्रक्रिया के लिए जरूरी नेतृत्व प्रदान करने की अपील की। अप्रैल में भयंकर भूकंप आने से करीब 8900 लोगों की जान चली गई थी।

उन्होंने थापा को चेताया कि यदि सर्दी से पहले स्थिति हल नहीं हुई तो नेपाल पर दूसरा मानवीय संकट मंडरा रहा है।  नेपाल भारतीय मूल के मधेसियों के प्रदर्शन के चलते जरूरी वस्तुओं और दवाओं की भारी किल्लत से जूझ रहा है। मधेसियों का कहना है कि नया संविधान उनके साथ भेदभाव करता है। उन्होंने दो महीने से भारतीय सीमा को बंद कर रखा है।  वैसे स्वायर ने थापा को ब्रिटेन की निरंतर सहयोग एवं मित्रता का आश्वासन दिया लेकिन स्पष्ट कर दिया कि राजनीतिक स्थिति तो अंतत: नेपाल को ही हल करना है। 

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