Edited By Tanuja,Updated: 07 Oct, 2018 12:05 PM
गूगल के भारतवंशी CEO सुंदर पिचाई ने पिछले हफ्ते वाशिंगटन में सेना मुख्यालय ''पेंटागन'' के अधिकारियों से गुप्त मुलाकात की जिसमें विवादित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) ड्रोन प्रोजैक्ट ''मावेन'' पर बातचीत होने की अटकलें लगाई जा रही हैं...
लॉस एंजलिसः गूगल के भारतवंशी CEO सुंदर पिचाई ने पिछले हफ्ते वाशिंगटन में सेना मुख्यालय 'पेंटागन' के अधिकारियों से गुप्त मुलाकात की जिसमें विवादित आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) ड्रोन प्रोजैक्ट 'मावेन' पर बातचीत होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी गूगल के चार हजार कर्मचारियों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर कर युद्ध में इस्तेमाल होने वाली तकनीक विकसित करने का विरोध किया था।
व्यापक विरोध के बाद गूगल ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के साथ मावेन को लेकर हुए समझौते को नवीनीकृत नहीं करने का फैसला किया था। मावेन की एआइ तकनीक का इस्तेमाल ड्रोन द्वारा लिए गए फुटेज का विश्लेषण करने में किया जाता है।2019 में इससे जुड़े समझौते की अवधि समाप्त हो रही है। पिचाई का कहना था कि गूगल ऐसी AI तकनीक विकसित नहीं करेगा जिसका उद्देश्य लोगों को नुकसान पहुंचाना है।'योजना खत्म करने की घोषणा के बाद से ही पेंटागन और गूगल के बीच तल्खी बढ़ गई थी।
संभवत: इसी को लेकर पिचाई ने खुफिया विभाग और प्रोजेक्ट मावेन की निगरानी कर रहे रक्षा विभाग निदेशालय के सैन्य व आम अधिकारियों से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर रक्षा मंत्रालय और गूगल के प्रवक्ता ने कोई बयान नहीं दिया है। बता दें कि पिछले हफ्ते वाशिंगटन आए पिचाई ने रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने निजता से संबंधित मामले में संसद की न्यायिक समिति के सामने अपना पक्ष रखने पर हामी भरी थी।