Edited By ,Updated: 28 Oct, 2015 11:56 AM
भारत ने जलवायु परिवर्तन, वैश्विक व्यापार मुद्दों, संयुक्त राष्ट्र में सुधारों तथा आतंकवाद को परिभाषित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक पटल पर रणनीतिक सहयोग बढ़ाने की इच्छा....
नई दिल्ली:भारत ने जलवायु परिवर्तन, वैश्विक व्यापार मुद्दों, संयुक्त राष्ट्र में सुधारों तथा आतंकवाद को परिभाषित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक पटल पर रणनीतिक सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के वर्तमान ढांचे पर सवाल खड़ा करते हुए इस विश्व संगठन में अपनी स्थाई सदस्यता की दावेदारी ठोक दी।
भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन की शुरूआत में आज यहां हुई विदेश मंत्री स्तरीय बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसके साथ ही भारत तथा अफ्रीका महाद्वीप में रहने वाली विश्व की एक-तिहाई आबादी को गरीबी के कुचक्र से बाहर लाने के लिए कृषि, मानव संसाधन विकास, कौशल विकास, स्वास्थ्य, सूचना, ऊर्जा, विज्ञान एवं तकनीक, ढांचागत विकास, सामुद्रिक अर्थव्यवस्था एवं समुद्री सुरक्षा तथा सूचना प्रौद्योगिकी व साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अफ्रीका को पूर्ण सहयोग की प्रतिबद्धता दिखाई।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा में परिषद स्थायी सदस्यता की पुरजोर मांग करते हुए सुषमा ने कहा कि लगभग 2.5 अरब की आबादी वाले भारत और अफ्रीका को विश्व निकाय से लम्बे समय तक उनके हक से वंचित नहीं रखा जा सकता।