Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jul, 2017 05:04 PM
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ‘यूएन ग्लोबल काउंटर-टेरेरिज्म स्ट्रैटेजी’ को संबोधित करते हुए कहा कि ...
संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ‘यूएन ग्लोबल काउंटर-टेरेरिज्म स्ट्रैटेजी’ को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खतरों से निपटने में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सामूहिक सीमाओं की सूची लंबी और स्पष्ट है। भारत ने अपरोक्ष रूप से पाक को खरी-खरी सुनाते हुए चेताया कि कुछ देशों को आतंकवाद का इस्तेमाल ‘कार्ड’ के रूप में नहीं करना चाहिए और उसने रेखांकित किया कि यह अंतर्राष्ट्रीय खतरा है जिससे राष्ट्रीय रणनीति साधने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ‘यूएन ग्लोबल काउंटर-टेरेरिज्म स्ट्रैटेजी’ को संबोधित करते हुए कहा कि देश आतंकवाद से पैदा खतरों से निपट रहे हैं, ऐसे में ‘‘हमें अपनी व्यक्तिगत शांति हासिल करने के लिए ऐसा कोई समझौता करने की इच्छा से बचना चाहिए जिससे आतंकवादी किसी ओर जगह की ओर मुड़ जाते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें देशों पर यह दबाव बनाने के अपने प्रयास तेज करने चाहिए कि वे राष्ट्रों के खेल में आतंकवाद का कार्ड की तरह इस्तेमाल करने से बचे।
आतंकवादियों जैसे राज्येतर तत्व वैश्विक स्तर पर सोचते हैं, हम देशों के प्रतिनिधि केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही सोचते रहते हैं।’’ अकबरूद्दीन ने ‘‘अच्छे और बुरे या आपके और मेरे’’ के आधार पर आतंकवादियों के बीच भेदभाव करने के खतरों के खिलाफ चेताया और कहा कि आतंकवाद एक अंतर्राष्ट्रीय खतरा है जिससे राष्ट्रीय रणनीति साधने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।