Edited By Tanuja,Updated: 29 Apr, 2024 01:23 PM
भारत के पड़ोसी देश को ऋण जाल में फंसाने के बाद चीन ने अब नेपाल के लिए बड़े ऐलान किए हैं। चीन ने 1 मई नेपाली यात्रियों के लिए वीजा फीस को....
काठमांडू: भारत के पड़ोसी देश को ऋण जाल में फंसाने के बाद चीन ने अब नेपाल के लिए बड़े ऐलान किए हैं। चीन ने 1 मई नेपाली यात्रियों के लिए वीजा फीस को खत्म करने के अलावा नेपाल के दो नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पोखरा और भैरहवा में वाणिज्यिक उड़ान को शुरू करने का ऐलान किया है। यह वही एयरपोर्ट हैं जिन्हें चीन की मदद से बनाया गया है। इन दोनों ही एयरपोर्ट को बने कई महीने हो गए हैं लेकिन अभी तक एक भी व्यवसायिक उड़ान नहीं हुई है। नेपाल ने इसके लिए करोड़ों डॉलर का लोन भी चीन से ले रखा है लेकिन ये एयरपोर्ट उसके लिए सफेद हाथी साबित हो रहे हैं।
नेपाल के पोखरा इंटरनैशनल एयरपोर्ट को 21 करोड़ 60 लाख डॉलर का खर्च हुआ है। यह पैसा चीन ने नेपाल को दिया हुआ है। वहीं भैरहवा एयरपोर्ट को भी चीन के ठेकेदार ने ही बनाया है। इसे मई 2022 में शुरू किया गया था और इसे बनाने में 4 साल का समय लगा था जो तय समय से काफी ज्यादा था। नेपाल को उम्मीद थी कि इन दोनों ही एयरपोर्ट के बनने पर टूरिस्ट की संख्या बढ़ेगी और नेपाल को जमकर कमाई होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। दरअसल, भारत के विरोध के बाद भी नेपाल ने पोखरा एयरपोर्ट को चीन की मदद से बनाया जो नई दिल्ली को रास नहीं आया। दरअसल चीन का कर्ज लौटाने में नेपाल ने असमर्थता जताई है क्योंकि कोई भी व्यवसायिक उड़ान न आने से उसे कोई कमाई नहीं हो रही है जबकि रखरखाव का भार उस पर पड़ रहा है। इसको लेकर नेपाल ने कई बार चीन से गुहार लगाई लेकिन अब तक कुछ खास नहीं हो सका है।
आखिरकार चीन ने ऐलान किया है कि वह इन दोनों ही एयरपोर्ट पर व्यवसायिक उड़ान को भेजेगा। चीन के इंटरनैशनल डिवेलपमेंट कार्पोरेशन एजेंसी के चेयरमैन लूओ झाओहुई ने काठमांडू में हुए नेपाल निवेश शिखर सम्मेलन में यह ऐलान किया है। लूओ ने कहा कि चीन नेपाल में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेश करता रहेगा ताकि ट्रांस हिमालय कनेक्टविटी को क्रियान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा, 'एयर और रोड लिंक तथा बॉर्डर चेकप्वाइंट पर सब सही जा रहा है। सीमा पार तक रेलवे लाइन बनाने और क्रास बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइन के लिए अध्ययन किया जा रहा है। लूओ ने कहा कि चीन की सरकार ऐसी व्यवस्था कर रही है जिससे नेपाल के दो नए इंटरनैशनल एयरपोर्ट पोखरा और लुंबिनी से नई उड़ानों को शुरू किया जा सके। इसी दौरान उन्होंने बताया कि 1 मई से नेपाली लोगों को चीन के वीजा के लिए कोई फीस नहीं देना होगा।