Edited By Parminder Kaur,Updated: 29 Apr, 2024 04:39 PM
भारत ने मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन वाली अमेरिकी विदेश विभाग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। दरअसल, अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि मणिपुर में जातीय हिंसा फैलने के बाद राज्य में व्यापक तौर पर मानवाधिकारों का हनन हुआ है। इस रिपोर्ट में...
इंटरनेशनल डेस्क. भारत ने मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन वाली अमेरिकी विदेश विभाग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। दरअसल, अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि मणिपुर में जातीय हिंसा फैलने के बाद राज्य में व्यापक तौर पर मानवाधिकारों का हनन हुआ है। इस रिपोर्ट में बीबीसी दफ्तर में इनकम टैक्स अधिकारियों की छापेमारी और राहुल गांधी से जुड़े एक मामले का भी उल्लेख है।
रिपोर्ट के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा- "यह रिपोर्ट बेहद पक्षपातपूर्ण है और भारत के प्रति खराब समझ को दर्शाती है। हम इसे कोई महत्व नहीं देते है।
बता दें अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रहे संघर्ष के कारण मणिपुर में कम से कम 175 लोग मारे गए और 60,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए। मई 2023 में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा मैतई को एसटी श्रेणी में शामिल करने के विरोध में जनजातीय एकजुटता मार्च आयोजित करने के बाद हिंसा भड़क उठी। इसमें इंटरनेशनल टैक्सेशन और ट्रांसफर प्राइसिंग अनियमितताओं के आरोपों पर यूके स्थित ब्रॉडकास्टर, बीबीसी के दिल्ली और मुंबई कार्यालयों में आयकर विभाग द्वारा की गई रेड के बारे में भी लिखा गया है। रिपोर्ट में कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का भी उल्लेख किया गया है।