Edited By Tanuja,Updated: 09 Apr, 2024 03:14 PM
खेल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय मूल के दो अन्वेषकों ने लंदन में खेल एवं सतत विकास पर वार्षिक राष्ट्रमंडल बहस में शिक्षाविदों और अन्य विशेषज्ञों के साथ...
लंदनः खेल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय मूल के दो अन्वेषकों ने लंदन में खेल एवं सतत विकास पर वार्षिक राष्ट्रमंडल बहस में शिक्षाविदों और अन्य विशेषज्ञों के साथ भाग लिया जिसमें निष्कर्ष निकाला गया कि संयुक्त राष्ट्र के विकास संबंधी लक्ष्यों को तेजी से पूरा करने के लिए खेल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग किया जा सकता है। प्रौद्योगिकी से जुड़े सामाजिक उपक्रम ‘अपशॉट' की संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रीति शेट्टी और ‘स्पोर्ट्स टेकएक्स' के सह-संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक रोहन मल्होत्रा हर साल छह अप्रैल को मनाए जाने वाले ‘विकास और शांति के लिए अंतर्राष्ट्रीय खेल दिवस' के मौके पर आयोजित बहस में शामिल हुए।
इस बहस का विषय था- ‘2030 तक सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में मदद करने के लिए खेल की ताकत को बढ़ाने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग'। इस बहस के दौरान विकास लक्ष्यों को गति देने में एआई की अहम भूमिका के पक्ष और विपक्ष में तर्क दिए गए। नैतिकता के दायरे में रहकर एआई के अधिक से अधिक उपयोग की वकालत करने वाली टीम ने बहस जीत ली। मल्होत्रा ने कहा, ‘‘एआई एक शक्तिशाली उपकरण है, लेकिन हमें एसडीजी लक्ष्यों की प्राप्ति में बाधा पैदा होने से रोकने के लिए इसका बहुत सावधानी से उपयोग करना चाहिए।'' यह बहस राष्ट्रमंडल सचिवालय ने ‘स्पोर्ट्स फॉर डेवलपमेंट कोलिशन' मदद से आयोजित की।