Edited By Anil dev,Updated: 27 Nov, 2021 04:28 PM
पाकिस्तान का मुख्य नागरिक डाटाबेस हैक करने का मामला सामने आया है। संघीय जांच एजैंसी (एफ.आई.ए.) ने एक संसदीय पैनल को सूचित करते हुए कहा कि अब तक इसका उपयोग केवल अवैध मोबाइल सिम कार्ड जारी करने के लिए किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार पर...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान का मुख्य नागरिक डाटाबेस हैक करने का मामला सामने आया है। संघीय जांच एजैंसी (एफ.आई.ए.) ने एक संसदीय पैनल को सूचित करते हुए कहा कि अब तक इसका उपयोग केवल अवैध मोबाइल सिम कार्ड जारी करने के लिए किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार पर नैशनल असैंबली स्टैंङ्क्षडग कमेटी को जानकारी देते हुए एफ.आई.ए. ने नैशनल डाटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी (नादरा) के डाटा हैक पर खुलासा किया।
एफ.आई.ए. के साइबर क्राइम विंग के प्रमुख अतिरिक्त निदेशक तारिक ने कहा कि नादरा के डाटा को हैक कर लिया गया और पंजीकरण निकाय के बायोमैट्रिक डाटा को चुराने के बाद नकली सिम कार्ड भी बेचे जा रहे थे। नादरा के पास पाकिस्तान के नागरिकों को उनका पूरा डाटा रिकॉर्ड करने के बाद राष्ट्रीय पहचान पत्र और पासपोर्ट जारी करने का एकमात्र अधिकार है। उन्होंने कहा कि सिम सत्यापन प्रक्रिया के दौरान बायोमैट्रिक डाटा शामिल है, नादरा के बायोमैट्रिक सिस्टम से छेड़छाड़ हुई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के फैसलाबाद क्षेत्र में एक कार्रवाई के दौरान 13,000 नकली सिम जब्त किए गए।