Edited By Tanuja,Updated: 28 Apr, 2018 10:19 AM
उत्तर कोरिया दशकों पुरानी दुश्मनी को भुला कर साउथ कोरिया से संबंधों को सुधारने के लिए बेशक कुछ बदला सा लग रहा हो पर अपने सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की सुरक्षा में उसने कोई ढील नहीं दी...
सियोलः उत्तर कोरिया दशकों पुरानी दुश्मनी को भुला कर साउथ कोरिया से संबंधों को सुधारने के लिए बेशक कुछ बदला सा लग रहा हो पर अपने सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की सुरक्षा में उसने कोई ढील नहीं दी। शुक्रवार को नॉर्थ कोरिया के लीडर किम जोंग-उन जब सीमा रेखा के पास साउथ कोरिया के राष्ट्रपति से ऐतिहासिक मुलाकात के लिए पहुंचे तो सुरक्षा घेरा इस कदर मजबूत था कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता था। आपको बता दें कि सबसे मजबूत सुरक्षा घेरे में रहनेवाले दुनिया के कुछ बड़े नेताओं में किम को भी शामिल किया जाता है।
उनकी सुरक्षा करनेवाले कमांडो विशेषतौर पर प्रशिक्षित और मार्शल आर्ट में एक्सपर्ट थे। उनका निशाना अचूक था। दोनों देशों को बांटनेवाली सीमा रेखा के पास पहले से ही कड़ा सुरक्षा पहरा था पर जैसे ही किम वहां पहुंचे उनके कमांडोज ने उन्हें घेर लिया। वह जहां भी गए, यह अभेद्य कमांडो दस्ता साये की तरह उनके साथ रहा। गाड़ी के साथ कमांडोज लगातार दौड़ रहे थे।
दोनों नेताओं ने सीमा रेखा के पास एक पाइन ट्री लगाया। इससे पहले ही किम के कमांडो ने उस जगह का जायजा ले लिया था और पर्याप्त सुरक्षा को लेकर आश्वस्त होने के बाद ही किम वहां ट्री लगाने पहुंचे। यहां एक पत्थर लगाया गया, जिस पर नेताओं के नाम के साथ लिखा था, 'शांति और खुशहाली का रोपण'।
कोरियाई मीडिया के मुताबिक इन अंगरक्षकों का चयन उनकी फिटनेस, निशानेबाजी, मार्शल आर्ट के कौशल और उनकी वेशभूषा के आधार पर किया गया है। सैन्य सीमा रेखा पर साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन से मुलाकात के समय किम को घेर कर खड़े अंगरक्षकों ने सूट और नीली एवं सफेद लाइनों वाली टाई पहनी हुई थी।