Edited By Tanuja,Updated: 21 Jun, 2019 01:13 PM
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और चीन के राष्ट्रीपति शी जिनपिंग ने कोरियाई प्रायद्वीप के आसपास मौजूद राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की...
बीजिंगः उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और चीन के राष्ट्रीपति शी जिनपिंग ने कोरियाई प्रायद्वीप के आसपास मौजूद राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की और क्षेत्र में "गंभीर एवं जटिल परिवर्तनों" के चलते मजबूत द्विपक्षीय संबंधों का आह्वान किया। लेकिन परमाणु कार्यक्रम को लेकर दोनों नेताओं में क्या बात हुई इस पर इस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।
शुक्रवार को ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' (KCNA) ने कहा कि दोनों नेता उन मुद्दों पर साझा सहमति पर पहुंचे जिन पर उन्होंने चर्चा की लेकिन रिपोर्ट में परमाणु कार्यक्रम को लेकर वॉशिंगटन और प्योंगयांग के बीच बाधित पड़ी वार्ता पर कोई विशिष्ट जानकारी नहीं दी गई। ‘केसीएनए' ने कहा, ‘‘ वरिष्ठ नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप में राजनीतिक स्थिति और गंभीर वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।''
रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों नेताओं ने पाया कि द्वीपक्षीय रिश्तों की मजबूती माहौल में गंभीर एवं जटिल परिवर्तनों के मद्देनजर उनके साझा हितों के अनुरूप होगा और क्षेत्र की शांति, स्थिरता और विकास के लिए अनुकूल होगा। चीन के सरकारी मीडिया ने पहले बताया था किम ने शी से कहा है कि वह वॉशिंगटन से वांछित प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। चीन के सरकारी प्रसारक ‘सीसीटीवी' के अनुसार शी ने कहा कि उनकी सरकार कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण में एक रचनात्मक भूमिका निभाने को इच्छुक है।
उन्होंने कहा, ‘‘ अंतरराष्ट्रीय समुदाय उम्मीद करता है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया बातचीत जारी रख नतीजों तक पहुंचेंगे।'' शी और किम गुरुवार की रात में एक रात्रिभोज में शामिल हुए। इसके बाद शुक्रवार को शी ने अपने उत्तर कोरियाई दौरे का समापन किया। गौरतलब है कि बीते 14 साल में पहली बार कोई चीन का राष्ट्रपति उत्तर कोरिया के दौर पर आया। शी के अगले सप्ताह जापान में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने की संभावना है, जहां वह परमाणु संबंधी बातचीत पर किम का संदेश उन्हें दे सकते हैं।