Edited By Tanuja,Updated: 28 Jun, 2023 11:01 AM
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के प्रमुख ने कहा कि ‘वैग्नर' समूह के लड़ाकों द्वारा रूस के खिलाफ सप्ताहांत में किए गए विद्रोह के बाद...
इंटरनेशनल डेस्कः उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के प्रमुख ने कहा कि ‘वैग्नर' समूह के लड़ाकों द्वारा रूस के खिलाफ सप्ताहांत में किए गए विद्रोह के बाद रूसी सैन्य शक्ति को कम नहीं आंका जाना चाहिए। नाटो प्रमुख ने कहा कि गठबंधन ने हाल के दिनों में रूस का मुकाबला करने के लिए अपनी तैयारी बढ़ा दी है। नाटो प्रमुख जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि जब नाटो सदस्य देशों के नेता 11-12 जुलाई को लिथुआनिया की राजधानी विनियस में मिलेंगे तो गठबंधन रूस और उसके सहयोगी बेलारूस का सामना करने के लिए अपनी ताकत तथा तैयारी को और बढ़ाने को लेकर फैसला कर सकता है।
स्टोल्टेनबर्ग ने मंगलवार को कहा, ‘‘इसलिए किसी भी संभावित खतरे के खिलाफ अपने सहयोगियों की रक्षा करने की हमारी क्षमता को लेकर रूस या बेलारूस को कोई संदेह नहीं है।'' हेग में नाटो सदस्य देशों के आठ नेताओं की एक बैठक में लिथुआनिया के राष्ट्रपति गिटानस नौसेदा ने कहा कि अगर ‘वैग्नर' समूह बेलारूस में अपने ‘‘सीरियल किलर'' तैनात करता है तो पड़ोसी देशों के समक्ष खतरा बढ़ जाएगा।
स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि ‘वैग्नर' प्रमुख येवगेनी प्रीगोझिन और उसके बल क्या कर सकते हैं तथा क्या उनका बेलारूस में खात्मा हो सकता है, इस बारे में अभी कोई भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। नाटो के सदस्य देशों के नेता इस बात पर सहमत हुए कि सप्ताहांत में रूस में ‘वैग्नर' लड़कों द्वारा अल्पकालिक विद्रोह के मद्देनजर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की गति बढ़ाने से रोकने के लिए नाटो को पूर्वी मोर्चे पर अपनी सेना को बढ़ाना जारी रखना चाहिए।