Edited By Seema Sharma,Updated: 20 May, 2020 03:10 PM
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दुनियाभर में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन एक नई स्टडी के मुताबिक 6 फुट की सामाजिक दूरी बनाने के मौजूदा भी वायरस का खतरा बना रहता है। स्टडी में कहा गया है कि धीमी गति से चलने वाली हवा...
नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दुनियाभर में सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन एक नई स्टडी के मुताबिक 6 फुट की सामाजिक दूरी बनाने के मौजूदा भी वायरस का खतरा बना रहता है। स्टडी में कहा गया है कि धीमी गति से चलने वाली हवा में हल्की खांसी से मुंह की लार के छीटें 18 फुट की दूरी तक फैल सकते हैं। साइप्रस में निकोसिया विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि प्रति घंटे चार किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली मद्धिम हवा के साथ खांसने पर मुंह की लार के छीटें पांच सेकंड में 18 फुट की दूरी तक फैल सकते हैं।
स्टडी के सह-लेखक दिमित्री द्रिकाकिस ने कहा कि ये सुक्ष्म बूंदें अलग-अलग कद काठी के जवानों और बच्चों को प्रभावित करेंगी। वैज्ञानिकों के अनुसार अगर छोटी कद काठी के वयस्क और बच्चे लार की सुक्ष्म बूंदें गिरने के दायरे के भीतर आते हैं तो उन्हें अधिक खतरा है।