Edited By Tanuja,Updated: 19 Dec, 2018 06:13 PM
ठंड का असर पूरी दुनिया में दिखने लगा है। पोलर वोर्टेक्स की वजह से अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित विश्व प्रसिद्ध नियाग्रा फॉल जमने लगा है...
लॉस एंजलिसः ठंड का असर पूरी दुनिया में दिखने लगा है। पोलर वोर्टेक्स की वजह से अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित विश्व प्रसिद्ध नियाग्रा फॉल जमने लगा है। इसकी वजह से ठंडी हवाएं इस क्षेत्र का रूख कर रही हैं। ठंडी हवाओं की वजह से अमेरिका और कनाडा का तापमान लगातार गिर रहा है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस बार की सर्दी अमेरिका और कनाडा में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
आमतौर पर 15 इंच तक होने वाली बर्फबारी के मुकाबले इस बार 21 इंच तक की असामान्य बर्फबारी हो सकती है। पोलर वोर्टेक्स दक्षिणी ध्रुव पर लो प्रेशर जोन और बर्फीली हवा से बनता है, जो सर्दियों में काफी मजबूत हो जाता है। यह एक ध्रुवीय चक्रवाती बर्फीली हवा है, जो आर्कटिक सर्किल के ऊपर 60 हजार फुट की ऊंचाई पर बहती है। पारा चाहे कितना भी नीचे चला जाए मगर नियाग्रा फॉल कभी पूरा नहीं जमा।
बर्फ जमने के बावजूद नीचे पानी बहता रहता है। बताया जाता है कि सर्दी में हर मिनट 8.5 करोड़ लीटर पानी बहता है। क्रिसमस से पहले यूरोप में अगले 10 दिनों बर्फबारी की चेतावनी दी गई है। ब्रिटेन में पारा माइनस 20 डिग्री तक पहुंच सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस बार 2010 के बाद सबसे सर्द क्रिसमस होगा। इसे व्हाइट क्रिसमस कहा जा रहा है।