Edited By Tanuja,Updated: 11 Oct, 2020 10:51 AM
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की कुर्सी पर खतरे में नजर आ रही है। दरअसल पाक का पूरा विपक्ष इमरान सरकार और सेना की ज्यादातियों के ...
इस्लमाबादः पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की कुर्सी पर खतरे में नजर आ रही है। दरअसल पाक का पूरा विपक्ष इमरान सरकार और सेना की ज्यादातियों के खिलाफ एकजुट हो गया है। इमरान खान को सत्ता में लाने के लिए 2018 के चुनाव में हुए फर्जीवाड़े पर पाकिस्तान की दोनों प्रमुख विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि सेना की सभी कार्रवाई संविधान से निर्देशित और राष्ट्र हित में थीं।
बाजवा ने शनिवार को कहा कि सेना की सभी कार्रवाई संविधान से निर्देशित और राष्ट्र हित में थीं। पाकिस्तान सैन्य अकादमी (PMA) काकुल में जवानों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए जनरल बाजवा ने कहा कि सेना सरकार का समर्थन जारी रखेगी और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करेगी। पाकिस्तान के अस्तित्व में आने के 70 सालों में से आधे समय से ज्यादा वहां शक्तिशाली सेना का शासन रहा है और सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े मामलों में उसे काफी अहमियत हासिल है। बाजवा के इस बयान को एक तरह से कबूलनामा माना जा रहा है कि इमरान खान को PM बनाने के लिए सेना ने चुनाव में धांधली कराई थी।
पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि वहां के दो प्रमुख विपक्षी दल खुलकर सेना के खिलाफ बोल रहे हैं। इससे पहले राजनीतिक नेता परोक्ष रूप से सैन्य प्रतिष्ठान के देश के राजनीतिक मामलों में दखल की ओर इशारा करते थे। पाकिस्तानी सेना पर पहला हमला पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने किया था। नवाज शरीफ ने सेना पर प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता में लाने के लिए वर्ष 2018 के आम चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वर्दी पहन कर राजनीति में हस्तक्षेप देश के संविधान के तहत देशद्रोह के बराबर है। उनके आरोपों से तिलमिलाए इमरान खान ने कहा कि वे सेना और आईएसआई का अपमान कर बहुत खतरनाक खेल खेल रहे हैं।
उन्होंने चुनाव में धांधली के आरोपों को आधारहरीन करार देते हुए खारिज कर दिया था। उल्लेखनीय है कि शरीफ तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने और हर बार कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। अब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी शुक्रवार को सेना पर वर्ष 2018 के चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया। बिलावल ने चेतावनी दी कि आगामी गिलगित-बल्तिस्तान के असेंबली चुनाव में किसी तरह के हस्तक्षेप करने पर उनकी पार्टी इस्लामाबाद का घेराव और धरना सहित कड़ी प्रतिक्रिया देगी। बिलावल ने कहा कि इस तरह की चीजें जनरल जिया और जनरल मुशर्रफ की तानाशाही के दौरान भी नहीं देखी गई। मुझे आश्चर्य हो रहा है कि कैसे मतदान केंद्र के भीतर एक सैनिक और बाहर दूसरा तैनात कर सकते हैं।