Edited By vasudha,Updated: 05 Jan, 2021 11:48 AM
फाइजर की कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर सामने अाई है। पुर्तगाल में एक हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन लेने के 48 घंटे के भीतर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद लोगों के बीच दहशत का माहौल पैदा हो गया है। अमेरिका के मैक्सिको में भी इस तरह की घटना सामने आई...
इंटरनेशनल डेस्क: फाइजर की कोरोना वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर सामने अाई है। पुर्तगाल में एक हेल्थ वर्कर ने वैक्सीन लेने के 48 घंटे के भीतर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद लोगों के बीच दहशत का माहौल पैदा हो गया है। अमेरिका के मैक्सिको में भी इस तरह की घटना सामने आई है।
अस्पताल में काम करती थी सोनिया असेवेडो
जानकारी के अनुसार पुर्तगाल की 41 वर्षीय हेल्थ वर्कर सोनिया असेवेडो कैंसर के अस्पताल में काम करती थी। दो बच्चों की मां सोनिया में फाइजर की वैक्सीन लगवाने के बाद उनके अंदर कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया था। उनमें काेरोना के लक्षण भी नहीं थे। नए साल के दिन अचानक उसकी मौत हो गई।
सोनिया के पिता ने उठाए सवाल
सोनिया के पिता अबिलियो असेवेदो ने अखबार से बातचीत में कहा कि उनकी बेटी ठीक थी। मेरी बेटी ने कोरोना वैक्सीन लगवाई थी, लेकिन उसमें कोई लक्षण नहीं था। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि क्या हुआ है। मैं केवल जवाब चाहता हूं कि किस वजह से मेरी बेटी की मौत हो गई। सोनिया असेवेदो के अस्पताल ने भी उन्हें फाइजर की कोरोना वैक्सीन लगाए जाने की पुष्टि की है।
मौत के कारणों की हो रही जांच
अस्पताल ने बयान जारी कर कहा कि 30 दिसंबर को जब सोनिया को वैक्सीन लगाई गई तो उनके अंदर तत्काल और कई घंटे बाद भी कोई साइड इफ़ेक्ट देखने को नहीं मिला था। उनकी की मौत के कारणों की जांच की जा रही है। बता दें कि मैक्सिको में भी एक 32 वर्षीय महिला डॉक्टर को दवा निर्माता कंपनी फाइजर की कोरोना की वैक्सीन लगाने के आधे घंटे के भीतर ही त्वचा पर चकते, दौरे पड़ने, मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होना और सांस लेने में परेशानी होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।