Edited By Tanuja,Updated: 25 Apr, 2018 11:11 AM
विनाशकारी दुर्घटनाओं के बाद मलबे में दबे लोगों के बचने की उम्मीद तेजी से घट जाती है। लिहाजा उनकी तलाश तेजी से करना जरूरी होता है। अभी तक मानव को सूंघ पाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्तों और ध्वनि पर आधारित उपकरणों की मदद ली जाती रही है।
मेलबर्नः विनाशकारी दुर्घटनाओं के बाद मलबे में दबे लोगों के बचने की उम्मीद तेजी से घट जाती है। लिहाजा उनकी तलाश तेजी से करना जरूरी होता है। अभी तक मानव को सूंघ पाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्तों और ध्वनि पर आधारित उपकरणों की मदद ली जाती रही है।
लेकिन अब इस समस्या के समाधान के लिए वैज्ञानिकों ने एक हल्का और सचल सेंसर विकसित किया है जो जीवन के बहुत हल्के संकेत भी पकड़ सकता है और भूकंप या हादसों में मलबे के नीचे दबे लोगों के बचाव में मददगार हो सकता है। स्विट्जरलैंड के ईटीएच ज्यूरिख और ऑस्ट्रिया के यूनिवर्सिटी ऑफ इन्सब्रक के वैज्ञानिकों ने ये किफायती सेंसर विकसित किया है जो हल्का है और जिसे ड्रोन के सहारे घटनास्थल पर ले जाया जा सकता है।
‘एनालिटिकल केमिस्ट्री’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार वैज्ञानिक एक ऐसा हल्का सेंसर विकसित करना चाहते थे जो जिंदगी के हल्के से हल्के संकेत को पकड़ सके। इस सेंसर में यही कोशिश की गई है।