Edited By Tanuja,Updated: 21 Nov, 2020 04:52 PM
अफगानिस्तान में पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ भड़की चिंगारी अब बढ़ती जा रही है। इस बीच पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की ...
इंटरनेशनल डेस्क:अफगानिस्तान में पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ भड़की चिंगारी अब बढ़ती जा रही है। इस बीच पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की अफगानिस्तान यात्रा ने आग में घी का काम किया और बड़ी संख्या में लोग काबुल की सड़कों पर उतर आए । इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। उनके हाथों में बैनर और पोस्टर थे जिन पर लिखा था, 'पाकिस्तान आतंकवाद का जनक, प्रायोजक और निर्यातक है’।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पाकिस्तान को हिंसा फैलाना बंद करना चाहिए। बता दें कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अपने कुछ मंत्रियों के साथ अफगानिस्तान दौरे पर हैं । इमरान के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन केवल काबुल में ही नहीं दक्षिण पश्चिम पाकटिया और खोस्ट राज्य में भी हो रहे हैं। इमरान खान अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ शांति प्रक्रिया और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के लिए अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर गुरुवार को काबुल पहुंचे हैं।
इमरान का दौरा ऐसे समय हुआ है जब अफगान और तालिबान के बीच चल रही बातचीत के बावजूद हिंसा जारी है। लंबे समय से यह माना जाता रहा है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान को अस्थिर करने के लिए वहां आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान में सक्रिय 6,500 पाकिस्तानी आतंकवादियों में से अधिकांश तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के हैं।
अफगान के लोग मानते हैं कि उनके देश में होने वाली आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का हाथ है सलिए वह इमरान की यात्रा का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इमरान यहां शांति के प्रयासों का ढोंग करने के लिए आये हैं।