Edited By PTI News Agency,Updated: 22 Jul, 2020 02:44 PM
वाशिंगटन, 22 जुलाई (एपी) अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने आरोप लगाया कि चीनी कंपनियों के लिए काम कर रहे दो हैकरों ने कोरोना वायरस का टीका बना रही कंपनियों को निशाना बनाया, करोड़ों डॉलर की बौद्धिक सम्पदा और कंपनियों की व्यापार संबंधी खुफिया जानकारियां...
वाशिंगटन, 22 जुलाई (एपी) अमेरिका के न्याय मंत्रालय ने आरोप लगाया कि चीनी कंपनियों के लिए काम कर रहे दो हैकरों ने कोरोना वायरस का टीका बना रही कंपनियों को निशाना बनाया, करोड़ों डॉलर की बौद्धिक सम्पदा और कंपनियों की व्यापार संबंधी खुफिया जानकारियां चुराईं।
मंत्रालय ने मंगलवार को हैकरों के खिलाफ आपराधिक आरोपों की घोषणा करते हुए ये आरोप लगाए। अभियोग में यह आरोप नहीं लगाया गया है कि चीनी हैकरों ने कोरोना वायरस संबंधी अनुसंधान की जानकारी वास्तव में हासिल की, लेकिन इसमें इस बात को रेखांकित किया गया है कि वैज्ञानिक नवोन्मेष किस प्रकार विदेशी सरकारों के निशाने पर है और आपराधिक हैकर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वैश्विक महामारी के दौरान अमेरिकी कंपनियां क्या विकसित कर रही हैं।
इस मामले में, हैकरों ने टीके एवं जांच किट बना रहीं और वायरसरोधी दवाओं पर अनुसंधान कर रही बॉयोटेक एवं नैदानिक कंपनियों के कम्प्यूटर नेटवर्कों की कमजोरी के बारे में पता लगाने की कोशिश की।
अमेरिकी प्रशासन चीन के खिलाफ लगातार आक्रामक कदम उठा रहा है।
अभियोग में हैकरों पर व्यापार संबंधी खुफिया जानकारी चुराने और धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं। हैकरों की पहचान लि शियाओयु और दोंग जियाझी के रूप में की गई है।
अभियोजकों ने कहा कि हैकरों ने केवल अपने निजी लाभ के लिए जानकारी नहीं चुराई, अपितु उन्होंने चीन सरकार के लिए उपयोग हो सकने वाली जानकारी भी चुराई।
एपी सिम्मी शोभना
शोभना
2207 1049 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।