Edited By PTI News Agency,Updated: 15 Jun, 2022 05:18 PM
वाशिंगटन, 15 जून (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के दुनियाभर में अमेरिकी गठबंधनों को फिर से सक्रिय एवं पुनर्जीवित करने के प्रयासों के तहत भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का नया समूह अगले महीने अपना पहला ऑनलाइन...
वाशिंगटन, 15 जून (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के दुनियाभर में अमेरिकी गठबंधनों को फिर से सक्रिय एवं पुनर्जीवित करने के प्रयासों के तहत भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका का नया समूह अगले महीने अपना पहला ऑनलाइन शिखर सम्मेलन ‘आई2यू2’ आयोजित करेगा। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी।
‘आई2यू2’ से तात्पर्य ‘इंडिया, इज़राइल, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका और यूएई’ है।
व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, इज़राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाह्यान अगले महीने आयोजित होने वाले ऑनलाइन शिखर सम्मेलन ‘आई2यू2’ में हिस्सा लेंगे और खाद्य सुरक्षा संकट तथा सहयोग के अन्य क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे।
बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चार देशों के इस ऑनलाइन शिखर सम्मेलन को ‘आई2यू2’ नाम दिया गया है, जो 13 से 16 जुलाई तक बाइडन की पश्चिम एशियाई देशों की यात्रा के दौरान आयोजित होगा।
अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, प्रधानमंत्री मोदी, इजराइली प्रधानमंत्री बेनेट, और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद के साथ इस अनूठी बैठक करने को उत्सुक हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इसमें शामिल हरेक देश प्रौद्योगिकी का केंद्र है।
प्राइस ने कहा, ‘‘ भारत में विशाल उपभोक्ता बाजार है। वह उच्च प्रौद्योगिकी एवं अत्यधिक मांग वाले सामान का भी एक बड़ा उत्पादक है। इसलिए, ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां ये देश एक साथ काम कर सकते हैं, चाहे वह प्रौद्योगिकी, व्यापार, जलवायु या कोविड-19 से निपटना हो या फिर सुरक्षा क्षेत्र।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शुरू से ही हमारे दृष्टिकोण का एक हिस्सा न केवल दुनियाभर में गठबंधन एवं साझेदारी की हमारी प्रणाली को पुनर्जीवित एवं सक्रिय करना है, बल्कि उन साझेदारियों को एक साथ लाना भी है, जो पहले अस्तित्व में नहीं थीं या जिनका पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया।’’प्राइस ने कहा, ‘‘ जब इज़राइल और यूएई के बीच संबंधों की बात आती है तो इन देशों के बीच व्यापार एवं आर्थिक संबंधों को गहरा बनाना हमारे हित में है। इसे हम और गहरा करने की कोशिश करेंगे। इन दोनों देशों ने हाल के वर्षों में आर्थिक क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने संबंधों को गहरा किया है।’’ उन्होंने कहा कि चार देशों के ऑनलाइन शिखर सम्मेलन ‘आई2यू2’ 13 से 16 जुलाई के बीच बाइडन की पश्चिम एशियाई देशों की यात्रा के दौरान आयोजित होगा। इस दौरान बाइडन इज़राइल, वेस्ट बैंक तथा सऊदी अरब जाएंगे तथा पूरे क्षेत्र में तथा उसके बाहर कई विश्व नेताओं से मुलाकात करेंगे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ बाइडन की यात्रा का पहला पड़ाव इज़राइल है। बाइडन की बतौर राष्ट्रपति इस देश की यह पहली यात्रा होगी। करीब 50 वर्ष पहले एक युवा सांसद के तौर पर वह इज़राइल गए थे।’’उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण समय में वैश्विक स्तर पर संबंध बनाए रखने के बाइडन के दृष्टिकोण का हिस्सा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 18 अक्टूबर को भारत, इजराइल, अमेरिका और यूएई के विदेश मंत्रियों ने ऑनलाइन बैठक की थी।
इस दौरान, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, इजराइल के विदेश मंत्री यायर लापिड, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाह्यान ने क्षेत्र में साझा चिंता से जुड़े मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया था।
उन्होंने परिवहन, प्रौद्योगिकी, समुद्री सुरक्षा और व्यापार के क्षेत्र में संयुक्त बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की संभावनाओं पर भी चर्चा की थी।
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