Edited By ,Updated: 30 Dec, 2015 03:42 PM
एक धार्मिक विद्वान ने जब कहा था कि ईव आदम की पसली से नहीं बल्कि उनके लिंग से बनी थीं तो इस बात पर ईसाइयों में काफी गुस्सा देखने को मिला था । इसी थिअरी का समर्थन करते हुए पवित्र बाइबिल...
वॉशिंगटन:एक धार्मिक विद्वान ने जब कहा था कि ईव आदम की पसली से नहीं बल्कि उनके लिंग से बनी थीं तो इस बात पर ईसाइयों में काफी गुस्सा देखने को मिला था । इसी थिअरी का समर्थन करते हुए पवित्र बाइबिल के प्रतिष्ठित प्रोफेसर जिओनी जेविट ने इस बात का दावा किया है कि 'गॉड मेड ईव' आदम के लिंग से बनी थीं । प्रोफेसर जेविट के अनुसार इसकी व्याख्या की गई है कि आदमी के लिंग में हड्डी क्यों नहीं है जबकि अधिकत्तर स्तनधारी जानवरों के लिंग में हड्डी होती है ।
जानकारी के मुताबिक इस थिअरी के समर्थन में आए मैरीलैंड में अमरीकी यहूदी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेविट ने हीब्रू शब्द 'सेला' जिसे पुराने ग्रंथों से लिया गया हैं कई बार इस्तेमाल किया है जिसका अर्थ पसली से नहीं बल्कि लिंग से है । प्रोफेसर जेविट ने कहा कि प्राचीन धर्मग्रंथों में भी सेला शब्द अलग-अलग संदर्भों में कई बार आया है और उनका दावा है कि सेला शब्द का प्रयोग शारीरिक रचना के फैलाव वाले किसी भी अंग से हो सकता है ।
बता दें प्रोफेसर जेविट की किताब का रिव्यु 'द बिब्लिकल आर्कियॉलजिकल रिव्यू' मैगजीन में छापा गया है । इस मैगजीन में छपे रिव्यु पर कड़ा विरोध जताते हुए ओकलैंड से सू ग्लेज ने लिखा है, 'आपकी मैगजीन से मुझे बहुत निराशा हुई है । मेरा सब्स्क्रिप्शन कैंसल किया जाए ।' प्रोफेसर जेविट ने अपनी थिअरी का बचाव करते हुए लिखा कि उन्होंने ईव के बनने को लेकर जो भी कहा है वह गार्डेन स्टोरी में हीब्रू के इस्तेमाल के एनालिसिस के आधार पर है और एेसे कई जानवर हैं जिनके लिंग में हड्डी नहीं होती और इनमें मानव एकलौता स्तनधारी जीव नहीं है ।