Edited By Tanuja,Updated: 12 Oct, 2020 11:22 AM
चीन में मुस्लिमों के बदतर हो रहे हालात को लेकर सारी दुनिया खफा है। कई देशों और संगठनों ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के खिलाफ ...
बीजिंगः चीन में मुस्लिमों के बदतर हो रहे हालात को लेकर सारी दुनिया खफा है। कई देशों और संगठनों ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन करने और मुस्लिमों की संस्कृति खत्म करने के लिए अभियान छेड़ने के आरोप भी लगाए हैं। ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटिजिक पॉलिसी इंस्टिट्यूट के इंटरनैशनल साइबर सेंटर से जुड़े नेथन रूजर ने सैटलाइट तस्वीर शेयर कर दावा किया है कि शिनजियांग में 3 किमी लंबा डिटेंशन सेंटर पाया गया है। रूजर ने तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया है कि यह सेंटर इतना बड़ा है कि यहां तीन डिज्नीलैंड आ सकते हैं।
उनका कहना है कि यहां कैद ज्यादातर लोगों को धर्म और संस्कृति से जुड़े 'अपराधों' के लिए गिरफ्तार किया गया है। इसमें इस्लामिक और उइगर समुदायों के लोग आते हैं। रूजर का कहना है कि पिछले साल नवंबर में इस सेंटर का एक किलोमीटर से विस्तार किया गया। इससे पहले रूजर ने जेम्स लीबोल्ड, केल्सी मुनरो और तीला होजा ने शिनजियांग डेटा प्रॉजेक्ट में रिपोर्ट में दावा किया था कि शिनजियांग प्रांत में 16 हजार मस्जिदों को या तो पूरी तरह गिरा दिया गया या उनके गुंबद गिरा दिए गए या किसी और तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया। शिनजियांग की 1 हजार सांस्कृतिक महत्व वाली साइट्स पर नजर डाली गई और पता चला कि उनमें से बड़ी संख्या में इमारतें गायब हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में हुई कार्रवाई में न सिर्फ 10 लाख से ज्यादा उइगरों को हिरासत में लिया गया बल्कि उनकी संस्कृति और पहचान पर हमला किया गया। इसे सांस्कृतिक नरसंहार का नाम दिया गया है जिसके तहत उइगर मुस्लिमों के धार्मिकस्थलों और गैर-हान सार्वजनिक स्थलों को मिटा दिया गया। नेथन के मुताबिक उइगर के एक अकैडेमिक ने बताया है कि संस्कृति को मिटाने का अभियान सोची-समझी कोशिश है जिससे लोगों को उनके इतिहास से अलग किया जा सके।