Edited By Tanuja,Updated: 06 Aug, 2018 01:50 PM
नाडा की रियाद में गिरफ्तार किए गए नागरिक अधिकार कार्यकर्ता की रिहाई की मांग पर भड़के सऊदी अरब ने कड़ा कदम उठाते हुए राजधानी रियाद में कनाडा के उच्चायुक्त को वापस भेज दिया है और टोरॉंटो में मौजूद अपने राजदूत को बुला लिया है...
यूएईः कनाडा की रियाद में गिरफ्तार किए गए नागरिक अधिकार कार्यकर्ता की रिहाई की मांग पर भड़के सऊदी अरब ने कड़ा कदम उठाते हुए राजधानी रियाद में कनाडा के उच्चायुक्त को वापस भेज दिया है और टोरॉंटो में मौजूद अपने राजदूत को बुला लिया है। सऊदी ने कनाडा के साथ सभी नए व्यापार और निवेश पर भी रोक लगा दी है। सऊदी अरब ने कनाडा की इस मांग को उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया है। सऊदी ने कनाडाई उच्चायुक्त को देश छोड़ने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। सऊदी का यह कदम शहजादे मोहम्मद बिन सलमान की आक्रामक विदेश नीति का नमूना माना जा रहा है। हाल ही में सऊदी अरब ने बड़ी कार्रवाई के तहत कई नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया था। कनाडा ने इन कार्यकर्ताओं की तुरंत रिहाई की मांग की थी।
बीते हफ्ते कनाडा ने कहा था कि वह सऊदी में महिलाओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की एक नई लहर पर बेहद चिंतित है। गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं में पुरस्कार पा चुकीं जेंडर राइट ऐक्टिविस्ट समर बादवी भी शामिल हैं। बादवी को उनकी सहयोगी प्रचार नसीमा अल-सदाह के साथ बीते हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। सऊदी सरकार ने हाल के दिनों में महिला अधिकार कार्यकर्ताओं पर कई कार्रवाई की हैं। सऊदी विदेश मंत्रालय ने कनाडाई बयान पर गुस्सा भी जाहिर किया। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, 'कनाडा के बयान में 'तुरंत रिहाई' का इस्तेमाल दो देशों के संबंधों में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, गलत और अस्वीकार्य है।'