Edited By Tanuja,Updated: 29 Sep, 2018 06:08 PM
रोहिंग्या मुस्लिमों के समर्थन में वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व करने वाले पाकिस्तान, तुर्की और खाड़ी देशों की चीन में उइगर मुस्लिमों के दमन पर चुप्पी पर सवाल उठाते हुए अमेरिका के सांसदों ने कहा है कि ये आक्रोशित करने वाली है...
वॉशिंगटनः रोहिंग्या मुस्लिमों के समर्थन में वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व करने वाले पाकिस्तान, तुर्की और खाड़ी देशों की चीन में उइगर मुस्लिमों के दमन पर चुप्पी पर सवाल उठाते हुए अमेरिका के सांसदों ने कहा है कि ये आक्रोशित करने वाली है। इस मामले पर सांसद ब्रैड शर्मन ने बुधवार को संसदीय सुनवाई के दौरान कहा, 'हमें खास तौर पर उन मुस्लिम देशों का नाम लेना चाहिए जिन्होंने कुछ नहीं किया।' इसके अलावा उन्होंने कहा, 'चाहे वह तुर्की हो, पाकिस्तान हो या खाड़ी देश हों, इन्होंने रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए काफी कम प्रयास किए और ये उइगर मुस्लिमों की मदद करने से साफ पीछे हट गए।'
चीन में उइगर एक अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय है। चीन के स्वायत्त क्षेत्र शिनजियांग में कथित तौर पर लगातार उइगर समुदाय का दमन हो रहा है। अमेरिकी सांसदों ने आरोप लगाया कि चीन उइगर मुस्लिमों का बड़े पैमाने पर दमन कर रहा है। कुछ समय पहले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पैनल की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इस बात की विश्वसनीय रिपोर्ट्स हैं कि चीन ने 10 लाख उइगर मुसलमानों को खुफिया शिविरों में कैद कर रखा है। हालांकि चीन ने इस तरह की रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया।
बता दें कि चीन में करीब ढाई करोड़ मुस्लिम रहते हैं। ये सभी अलग-अलग समुदाय जैसे हुई, उइगर, कजाख, डोंगजियांग, किर्गीज और उज्बेक समूहों से हैं। इसमें हान चीनी को प्रभावशाली समूह माना जाता है। हुई समुदाय के ज्यादातर लोग निनजा में रहते हैं। यह इलाका इनर मंगोलिया के करीब है और चीन इस समुदाय को तवज्जो भी देता है। तुर्की भाषा बोलने वाला समुदाय उइगर शिनजियांग (उत्तर-पश्चिम चीन) में रहता है।