फिलीपींस में ज्वालामुखी ने आसमान से खींच ली बिजलियां, चंद घंटों में भूकंप के 75 झटके (Video)

Edited By Tanuja,Updated: 13 Jan, 2020 01:03 PM

taal volcano in philippines erupting and triggering 75 earthquakes

फिलीपींस में रविवार को बाटनगैस प्रांत के तागेते शहर स्थित ताल ज्वालामुखी अचानक फट गया। इसका मंजर इतना भयावह था कि आसपास के शहरों के लोग घबरा गए...

मनीलाः फिलीपींस में रविवार को बाटनगैस प्रांत के तागेते शहर स्थित ताल ज्वालामुखी अचानक फट गया। इसका मंजर इतना भयावह था कि आसपास के शहरों के लोग घबरा गए। ज्वालामुखी के फटने के बाद करीब 50 हजार फुट ऊंचा राख का बादल बन गया। राख के बादल इतना ज्यादा चार्ज था कि उसने तीन से चार बार आसमान से बिजलियां खींच लीं। राख का बादल इतना ज्यादा चार्ज था कि उसने तीन से चार बार आसमान से बिजलियां खींच लींताल ज्वालामुखी का राख 110 किलोमीटर दूर स्थित फिलीपींस की राजधानी मनीला तक पहुंच गया. ज्वालामुखी फटने के बाद पूरे इलाके में 75 से ज्यादा भूकंप के झटके के आए। भूकंप, राख और खराब मौसम से बचने के लिए 2534 से ज्यादा परिवारों को बचाया गया है। ताल ज्वालामुखी 1977 से लगातार समय-समय पर फट रहा है। इस बार वह 44वीं बार फटा है।
PunjabKesari

रविवार को सुबह 4.33 बजे ज्वालामुखी फटने के बाद से अब तक आसपास के इलाकों में 75 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। सबसे ताकतवर झटका रिक्टर पैमाने पर 6 का आंका गया हैफिलीपींस की राजधानी मनीला के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से पिछले 24 घंटों में 242 उड़ानें रद्द की गई हैं. फिलहाल इस एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रोक दी गई हैं. क्योंकि राख के बादलों से 2.5 इंच व्यास तक के लावे के पत्थर गिर रहे हैं।



ये पत्थर गोल्फ बॉल से भी बड़े हैं। अगर ये किसी आदमी, वाहन या प्लेन से टकराते हैं तो जानलेवा साबित हो सकते हैं।फिलीपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वॉल्कैनेलॉजी एंड सीसमोलॉजी ने ज्वालामुखी की वजह से अलर्ट का स्तर 4 कर दिया है यानी बेहद खतरनाक स्थिति. इस अलर्ट को तब जारी किया जाता है जब लगता है कि ज्वालामुखी से अगले कुछ दिनों तक और नुकसान की आशंका होती है। ताल ज्वालामुखी के फटने के बाद उससे निकली राख और गैसों ने 60 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से फैलना शुरू किया।

PunjabKesari

इसके बाद ज्वालामुखी से करीब 110 किलोमीटर दूर राजधानी मनीला तक राख के चादर बिछ गए. ज्वालामुखी के आसपास और बाटनगैस प्रांत में रहने वाले करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है1911 में भी ताल ज्वालामुखी फटा था, तब इसकी वजह से 1500 लोग मारे गए थे. लेकिन उसके बाद से कई बार फटा पर इतना नुकसान नहीं हुआ। फिलीपींस की सरकार ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है।

PunjabKesari

साथ ही घरों से निकलने को मना किया है। ज्वालामुखी फटने के बाद बाटनगैस प्रांत के कई इलाकों में बारिश भी हुई. राख और बारिश से इस जगहों पर कीचड़ बन गया है. लोगों के घर, गाड़ियां, सड़क, पार्क आदि सब कीचड़ से भर गए हैं। राहत एवं बचावकर्मी इसी कीचड़ के रास्ते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लेकर जा रहे हैं. फिलीपींस के रेलवे सेवा की लाइट रेल ट्रांजिट लाइन-2 को बंद कर दिया गया है। इस इलेक्ट्रिक रेलवे लाइन में बिजली की सप्लाई रूक गई है क्योंकि ट्रांसमिशन लाइन पर राख जमा हो गई और कई पावर ट्रांसफॉर्मर उड़ गए हैं।ताल ज्वालामुखी के 15 किलोमीटर के दायरे में चारों तरफ का इलाका पूरी तरह से खाली करा लिया गया है। फिलीपींस के मौसम विभाग की आशंका है कि अगर ज्वालामुखी विस्फोट के बाद आने वाले भूकंप के झटके बंद नहीं हुए तो सुनामी भी आ सकती है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!