शांति वार्ता से पहले तालिबान को विश्वास में लेना आवश्यक

Edited By ,Updated: 01 Jan, 2016 05:24 PM

taliban must be taken into confidence before peace talks

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि शांति वार्ता का आधार तैयार करने के लिए इस महीने अन्तर्राष्ट्रीय बैठक के आयोजन से पहले तालिबान के विभिन्न गुटों को विश्वास में लेकर यह सुनिश्चित...

काबुल:अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा है कि शांति वार्ता का आधार तैयार करने के लिए इस महीने अन्तर्राष्ट्रीय बैठक के आयोजन से पहले तालिबान के विभिन्न गुटों को विश्वास में लेकर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वह आतंकवाद का रास्ता छोड़ रहे हैं । अफगानिस्तान , पाकिस्तान ,चीन तथा अमरीका के अधिकारी इसी महीने 11 जनवरी को इस्लामाबाद में मिल रहे हैं जहां जुलाई से रुकी अफगानिस्तान संबंधी शांति वार्ता को फिर से शुरु करने के लिए आधार तैयार किया जाएगा । शांतिवार्ता की दूसरी बैठक तालिबान नेता मुल्ला उमर की दो वर्ष पहले की मृत्यु की खबर की पुष्टि के बाद स्थगित की गई थी ।

शांति वार्ता की सफलता इस कारण संदिग्ध नजर आ रही है कि तालिबान के विभिन्न गुटों में नेतृत्व के सवाल को लेकर स्वयं संघर्ष चल रहा है और सरकार के विरुद्ध उनके घातक आतंकवादी हमले जारी हैं जिनमें लोगों की मौत हो रही है । यह कहना मुश्किल है कि तालिबान का कौन से गुट शांति वार्ता के लिए तैयार है । 

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