Edited By Tanuja,Updated: 10 Jul, 2018 11:24 AM
सिंगापुर में 12 जून को अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच ऐतिहासिक मुलाकात के बावजूद परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। इतना ही नहीं उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने अमरीका पर...
वॉशिंगटनः सिंगापुर में 12 जून को अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच ऐतिहासिक मुलाकात के बावजूद परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। इतना ही नहीं उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने अमरीका पर गैंगस्टर जैसे बर्ताव का आरोप लगाया है। इस ग बीच ट्रंप ने एक बार फिर किम जोंग पर विश्वास जताया वहीं चीन को आड़े हाथों लिया है। ट्रंप ने सोमवार को इस संबंध में एक ट्वीट किया जिसमें लिखा, 'मुझे विश्वास है कि किम जोंग उन हमारे द्वारा हस्ताक्षरित समझौते का सम्मान करेंगे। हम उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर सहमत हुए थे।'
उत्तर कोरिया पर भरोसा जताने के साथ ही ट्रंप ने चीन को आड़े हाथों लेते ट्वीट में कहा कि चीन इस समझौते पर नकारात्मक दबाव बनाने की कोशिश कर सकता है। ट्रंप का यह ट्वीट उस वक्त में आया है, जब अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने उत्तर कोरिया के साथ वार्ता की है, जिसे उन्होंने सफल बताया है। माइक पोम्पियो ने कहा मुलाकात के बाद कहा था कि प्योंगयांग ने एक मिसाइल सुविधा केंद्र को ध्वस्त करने पर सहमति जताई है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध तब तक बरकरार रहेंगे जब तक वह अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को पूरी तरह से खत्म नहीं कर देता।